काला दिवस मनाकर साथी को दी श्रद्धांजलि, रिस्क अलाउंस तथा नाइट ड्यूटी फेलियर गैंग की स्थापना की मांग तेज
दिल्ली. संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों ने ‘इंडियन रेलवे एस एडं टी मैंटेनरर्स युनियन’ (IRSTMU) की अगुवाई में अभूतपूर्व देशव्यापी एकता का प्रदर्शन करते हुए 9 फरवरी को काला दिवस मनाया. इस दौरान स्व. संजय शर्मा जी, ई एस एम, कुरवाई थैला, भोपाल मंडल, पश्चिम मध्य रेलवे को श्रद्धांजलि दी गयी. S&T कर्मचारियों ने प्रतिमाह बेसिक का 10% रिस्क अलाउंस तथा रेलवे के प्रत्येक SSE यूनिट में नाईट ड्यूटी फेलियर गैंग की स्थापना की आवाज बुलंद की.
ठीक एक साल पूर्व दिनांक 09 फरवरी, 2018 को संजय शर्मा पोईंट फेलियर को ठीक करने के दौरान राजधानी एक्सप्रेस से रन ओवर हो गये थे, उनके शरीर के ऊपर से 19 ट्रेनें पास कर गयी और उनके शव के चिथड़े उड़ गये. इस घटना पर कर्मचारियों ने सामूहिक एकता का परिचय देते हुए आवाज बुलंद की.
इंडियन रेलवे एस एडं टी मैंटेनरर्स यूनियन के अनुसार हर साल औसतन दो दर्जन (24) से अधिक संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारी रन ओवर या ड्यूटी के दौरान दुर्घटना में मारे जाते हैं या LC गेट की मरम्मत या फेलियर के दौरान लोकल पब्लिक द्वारा मार दिये जाते हैं. इतना ही नहीं S&T कर्मचारियों को बिना किसी ड्यूटी रोस्टर के या अपने कार्य अवधि के बाद कभी भी जब भी सिग्नल फेलियर हो जाता है HOER, 2005 के नियमों का उल्लंघन करते हुए बुलाया जाता है परन्तु उसके एवज में हमें कोई भी भत्ता नहीं दिया जाता है और यदि नींद में यदि किसी कर्मचारी से कोई गलती हो जाती है तो चार्जशीट, सस्पेंशन जैसी चीजों का सामना करना पड़ता है और तो और कई बार तो नौकरी से निकाल दिया गया है.
हमारे द्वारा इकट्ठा किए गए आंकड़ों के अनुसार संकेत एवं दूरसंचार विभाग में सबसे ज्यादा चार्जशीट करीब 70% ई एस एम को दी जा रही है इतना ही नहीं संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारी की बिना ड्यूटी रोस्टर के काम करने की वज़ह से अनियमित जीवन प्रणाली के कारण संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारी हृदय रोग, मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर, कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों के ग्रास हो रहे हैं.
संकेत एवं दूरसंचार कर्मचारियों की ओर प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिये जाने की वजह से तथा हम S&T कर्मचारियों की उपेक्षा की वज़ह से कर्मचारियों में असंतोष की भावना बढ़ रही है. संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों की इतनी कड़ी मेहनत के बावजूद भी हम संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों को रिस्क अलाउंस तथा नाईट ड्यूटी फेलियर गैंग की स्थापना नहीं की जा रही है.
यूनियन’ (IRSTMU) के प्रयासों के बाद कई सांसदों ने रेल मंत्री से संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों को रिस्क अलाउंस तथा नाईट ड्यूटी फेलियर गैंग की स्थापना की अनुशंसा की है. बावजूद इसके अभी तक प्रशासन के आश्वासन के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. संगठन के महासचिव आलोक चन्द्र प्रकाश तथा अध्यक्ष नवीन कुमार के अनुसार संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों को बेसिक का 10% प्रतिमाह रिस्क अलाउंस के तौर पर जल्द से जल्द दिये जाने के लिए दिशा निर्देश जारी किए जाने चाहिए यह संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों का अधिकार है तथा रेलवे तथा यात्रियों की सुरक्षा एवं संरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे के सभी SSE यूनिट में नाईट ड्यूटी फेलियर गैंग की स्थापना तुरन्त की जानी चाहिए.
यूनियन पदाधिकारियों का कहना था कि हर साल औसतन दो दर्जन से अधिक एसएंडटी कर्मचारी रन-ओवर या ड्यूटी के दौरान दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं. अभी दो दिन पहले भी 7 फरवरी को पूर्व तट रेलवे रूट पर एक कर्मचारी रन-ओवर हो गया. इतना ही नहीं कर्मचारी समपार फाटक की मरम्मत या फेलियर के दौरान स्थानीय लोगों की मारपीट का भी शिकार होते हैं. इसमें भी कई कर्मचारियों की मौत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि यदि रेल प्रशासन एसएंडटी कर्मचारियों की उपरोक्त वाजिब मांगों पर अविलंब कोई उचित निर्णय नहीं लेता है, तो जल्दी ही ‘अनुरक्षण कार्य बंद आंदोलन’ किया जाएगा.