- ट्रेन के एसी कोच में सहयात्री बनकर दूसरे यात्रियों को शिकार बनाता था गिरोह
- टाटा से राउरकेला के बीच तीन सप्ताह में पांच यात्रियों को बना चुका है शिकार
- आरपीएफ की सीपीडीएस टीम ने सीसीटीवी फुटेज की पहचान कर पकड़ा
ROURKELA : ट्रेनों में यात्री बनकर सहयोगियों के बैग से रुपये व कीमती जेवर उड़ाने वाले हरियाणा गिरोह के तीन सदस्यों को आरपीएफ की सीपीडीएस टीम ने टाटानगर से धर दबोचा है. तीनों हरियाणा के रहने वाले सांसी गिरोह से जुड़े हैं, जबकि गिरोह के तीन लोग भागने में कामयाब रहे. यह गिरोह बीते तीन सप्ताह में टाटा-राउरकेला स्टेशन के बीच आधा दर्जन से अधिक चोरियों में 25 लाख से अधिक की संपत्ति उड़ा चुका है. इसमेंपांच घटनाएं राउरकेला रेल थाना में दर्ज करायी गयी है. सभी पांच यात्रियों को स्टेशन पर उतरते समय शिकार बनाया गया था.
राउरकेला में चोरी के मामले दर्ज होने के बाद आरपीएफ की टीम ने सीसीटीवी फुटेज से यात्रियों के आसपास के संदिग्ध लोगों को चिह्नित किया. इसमें 24 जनवरी को राउरकेला स्टेशन पर सुंदरगढ़ सेक्टर 3 की रहने वाली महिला यात्री यू प्रवीशा के बैग से नकदी व जेवरात की चोरी को अंजाम देने वाले एक संदिग्ध को टारगेट किया गया. महिला ने 15 लाख रुपये के जेवर चोरी की शिकायत दर्ज करायी थी. सीसीटीवी फुटेज से मिले संदिग्ध में फुल कुमार को रविवार 12 फरवरी की सुबह सीपीडीएस टीम के बलवीर प्रसाद व रवि कुमार ने प्लेटफार्म नंबर दो से पकड़ा. इसके बाद दिनेश व पवन की गिरफ्तारी हुई.
तीनों हरियाणा के रहने वाले हैं और सांसी गैंग से जुड़े हैं. फूल कुमार व दिनेश हिसार में बरस जबकि पवन भवानी खेड़ा का रहने वाला है. बैग खोलने में माहिर मुकेश, दिलबाग व रणधीर भाग निकले हैं. आरपीएफ की टीम ने एक मोबाइल, एक-एक रेती व स्क्रू ड्राइवर बरामद किया है. तीनों को आरपीएफ ने राउरकेला रेल पुलिस को सौंप दिया है.
सहयात्री बनकर सहयोग के बहाने बैग से निकाल लेते थे कीमती जेवर
यह गिरोह यात्री बनकर अधिकांश एसी बोगी में सफर करता था. इस दौरान रास्ते में यात्री को टारगेट किया जाता था. फिर यात्री का सामान उतारने में सहयोग करने के बहाने बैग को रेती व स्क्रू ड्राइवर की मदद से खोलकर पैसे व जेवर निकाल लेते थे. गिरोह में छह लोग थे. ये लोग यात्री को घेरकर खड़े हो जाते थे. इस दौरान मुकेश स्क्रू ड्राइवर की मदद से बैग खोलकर पैसा व जेवर निकालता था. 17 जनवरी से आठ फरवरी के बीच राउरकेला स्टेशन पर उतरने वाले पांच और झारसुगुड़ा में एक यात्री को इन लोगों ने शिकार बनाया था. जो मामले रेल थाना में दर्ज हैं.