- अहम सवाल – जब महिला जवान ही असुरक्षित, तो यात्रियों की सुरक्षा कैसे करेंगी
JAMSHEDPUR. टाटानगर में रेलकर्मियों के बीच हाथापाई का विवाद आला अधिकारियों की चुप्पी के कारण अब दांव-पेंच के हथकंडों में तब्दील होता जा रहा है. आरपीएफ (Railway protection Force) की महिला जवान ने रेलवे की जांच से अलग बुकिंग क्लर्क एसबी सिंह पर छेड़खानी, गाली-गलौज व अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार चार अगस्त् 2023 को टाटानगर रेल थाना में मामला दर्ज करा दिया है. वह भी घटना के तीन दिन बाद. वहीं दूसरी ओर खबर है कि आरोपी बुकिंग क्लर्क एसबी सिंह ने भी मामले में अपनी ओर से शिकायत दर्ज करायी है.
महिला जवान ने शिकायत में बताया है कि वह रात्रि ड्यूटी में तैनात थी. 11.30 बजे बुकिंग क्लर्क एसबी सिंह ने उसे देखकर बुकिंग काउंटर के पास ही रहने और नींद आने पर काउंटर के अंदर आकर सो जाने को कहा. उनका यह व्यवहार अच्छा नहीं लगा. विरोध पर उसकी शिकायत आरपीएफ प्रभारी से करने की धमकी बुकिंग क्लर्क ने दी. वहीं बुकिंग क्लर्क ने अपने साथ हुई घटना का जिक्र करते हुए सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाकर पुलिस के सामने अपनी बात रखी है.
टाटानगर (TATANAGAR RAILWAY STATION) में दर्जनों लोगों के बीच घटी घटना और सीसीटीवी फुटेज से सामने आने के बाद भी महिला जवान द्वारा रेल थाने में दर्ज करायी शिकायत को लेकर डिवीजन के रेलकर्मी भी आश्चर्यचकित है. सीसीटीवी के फुटेज में साफ दिख रहा है कि महिला जवान ने पहले बुकिंग कर्मचारी को बाहर बुलाया और फिर तमाचा जड़ दिया. इसे ”चोरी और सीनाजोरी” की कहावत कहां जा रहा. कॉमर्शियल विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि घटना स्थल पूरी तरह सीसीटीवी से लैस है और वहां हमेशा दर्जन भी लोगों की मौजूदगी होती है.
ऐसे में किसी महिला जवान के साथ छेड़खानी जैसे बात तो संभव नहीं है. अगर महिला जवान ही स्टेशन पर असुरक्षित महसूस करने लगे तो आम यात्रियों की सुरक्षा वह कैसे करेगी ? इस पूरे मामले में यह कहा जा रहा है खुद को फंसता देखकर दबाव बनाने के लिए आरपीएफ के अधिकारियों के कहने पर महिला जवान ने रेल थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. जबकि ऑन डयूटी कर्मचारी को ऐसा करने से पहले विभागीय अनुमति प्राप्त करना जरूरी होता है क्योंकि यह मामला अभी विभागीय जांच के स्तर पर लंबित है.
टाटानगर में बड़ी संख्या में आरपीएफ की महिला जवानों की तैनाती है. ये महिला जवान ही स्टेशन पर विधि-व्यवस्था से लेकर यात्री सुविधा का जिम्मा संभाल रही हैं. ऐसे में किसी एक महिला जवान के असंवेदनशील कृत्य का असर यहां ईमानदारी से ड्यूटी करने वाली दर्जनों महिला जवानों पर पड़ेगा क्योंकि अब काॅमर्शियल व दूसरे विभागों के रेलकर्मी इन महिला जवानों को किसी तरह का सहयोग करने से पहले बार-बार विचार करेंगे.
हालांकि इस मामले में आरपीएफ के चक्रधरपुर कमांडेंट पी शंकर कुट्टी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि महिला कांस्टेबल गीता कुमारी ने बुकिंग क्लर्क के कार्यालय में जाकर मारपीट नहीं की है. वह बाहर आया था. कमांडेंट ने माना कि आरपीएफ को मित्रवत व्यवहार करना चाहिए. वहीं एसबी सिंह का कहना है कि उन्हें बुकिंग काउंटर से बाहर बुलाया गया था. उन्हें महिला जवान की मंशा का नहीं पता था और उनके बाहर आते ही उसने बिना कुछ कहे तमाचा जाड़ दिया जो सीसीटीवी कैमरा से साफ है.
An FIR of molestation filed by a female RPF jawan in the railway station