- PCSC/SER संजय कुमार मिश्रा की राउरकेला में की गयी कार्रवाई ने उड़ायी IVG/CIB/SIB इंस्पेक्टरों की नींद
- जोनल मुख्यालय को गुमराह करने वालों की भी बनायी जानी चाहिए लिस्ट, ओसी के स्पेशल पर भी हो कार्रवाई
ROURKELA. राउरकेला के आरपीएफ प्रभारी शिवलहरी मीना (एसएल मीना) को निलंबित कर दिया गया है. उन्हें सस्पेंड करने के साथ चक्रधरपुर डीआरसी से अटैच कर दिया गया है. उनकी जगह बंडामुंडा के आरपीएफ प्रभारी अरुण टोकस को लुक ऑफ्टर का चार्ज दिया गया है. राउरकेला में अवैध गतिविधियों की लगातार मिल रही शिकायतों पर गंभीर (SER/PCSC) आरपीएफ आईजी संजय कुमार मिश्रा ने 5 सितंबर मंगलवार को यहां औचक जांच की. जांच में आईजी ने जमीनी हकीकत को अपनी नजरों से देखा और रिकाॅर्ड किया. इसके बाद आरपीएफ प्रभारी एसएल मीना के खिलाफ आईजी ने सीधी कार्रवाई के आदेश दिये.
रेलहंट ने लगातार राउरकेला स्टेशन पर संचालित अवैध गतिविधियों को उजागर करते हुए आरपीएफ के वरीय अधिकारियों को यह बताने का प्रयास किया था कि किस तरह आपसी मिलीभगत से स्टेशन व ट्रेनों में अवैध व अनाधिकृत वेंडरों को छूट देकर यात्रियों को सड़ा-गला बासी खाना देकर उनका आर्थिक दोहन कराया जा रहा है. यह भी बताया गया कि राउरकेला में आरपीएफ की सह पर पांच दर्जन से अधिक अवैध वेंडरों दिन-रात धमाचौकड़ी मचा रहे हैं तो उससे चार गुणा अधिक अनधिकृत वेंडर ट्रेनों में राउरकेला से हावड़ा की ओर अफरा-तफरी मचाये हुए है. सवाल यह भी उठाया गया था जब सीनियर इंस्पेक्टर मौजूद है तो ऑल इंडिया टेस्ट में फेल सब इंस्पेक्टर एसएल मीना को एडहॉक तौर पर क्यों कंटीन्यू किया जा रहा ?
देर से ही सही IG/RPF/SER संजय कुमार मिश्रा ने इस मामले में संज्ञान लिया और अचानक सड़क मार्ग से राउरकेला स्टेशन पहुंच गये. आम तौर पर आईजी के मूवमेंट की जानकारी जोन के सभी इंस्पेक्टर रखते है ताकि उनके पहुंचने से पहले अपने क्षेत्र में कील-कांटों को दुरुस्त कर लिया जाये. यही नहीं स्वयं एसएल मीना भी आईजी के रीडर के संपर्क में थे और आईजी संजय कुमार मिश्रा के मूवमेंट की जानकारी लेने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन उनकी चतुराई तब धरी की धरी रह गयी जब आईजी ने अपने आने की भनक तक किसी को नहीं लगने दी और अचानक राउरकेला पहुंचकर सब कुछ अपनी आंखों से देख लिया.
#IG_RPF_SER संजय कुमार मिश्रा ने राउरकेला में अभियान को काफी गोपनीय मिशन के तहत अंजाम दिया और आरपीएफ के अधिकारी व जवानों को यह संकेत देने में सफल रहे कि उनकी चतुराई व गुमराह करने की नीति काम नहीं आयेगी. जरूरत पड़ने पर वह सच तक स्वयं पहुंच जायेंगे और गलत करने वालों को उनके अंजाम तक पहुंचाया जायेगा. फिलहाल राउरकेला में #RPF_IG संजय कुमार मिश्रा की कार्रवाई से IVG/CIB/SIB इंस्पेक्टरों की नींद उड़ी हुई है. रेलहंट का यह मानना है कि जोनल मुख्यालय को गुमराह करने वालों की भी लिस्ट बनायी जानी चाहिए कि आखिर किन परिस्थितियों में भारी भरकम वेतन-भत्ता लेने वाले अधिकारी अवैध गतिविधि पर मौन रहे और इस कुकृत्य के भगीदार बनते रहे हैं ?
#SER : आरपीएफ आईजी व कमांडेंट तो बदले पर नहीं बदला सिस्टम ! सफेद हाथी बनकर रह गये #IVG_CIB_SIB इंस्पेक्टर. ट्रेनों में हर दिन सड़ा-गला-बासी खानपान की सामग्री लेकर भी ओवरचार्जिंग का शिकार हो रहे यात्री. https://t.co/OgcXxY6U0t
@ig_cum_csc_ser @rpfser @RPF_INDIA @rpf_dg @gmser pic.twitter.com/vURAJV2nxO— Railhunt (@railhunt) September 1, 2023
बताया जाता है राउरकेला स्टेशन पर आईजी संजय कुमार मिश्रा के पहुंचने की सूचना मिलते ही आनन-फानन में खुद को ओसी का स्पेशल बताने वाले बंटी सिंह सक्रिय हो गया था. उसने ट्रेनों में चल रहे वेंडरों को फोन कर तत्काल सतर्क होने और गायब हो जाने की ताकीद की. इसके ठीक बाद राउरकेला-चक्रधरपुर मार्ग के अनधिकृत वेंडर चक्रधरपुर स्टेशन पर उतर गये. यहां यह बताना जरूरी है कि राउरकेला से टाटा के बीच ही 200 से अधिक अवैध वेंडरों की मौजूदगी विभिन्न ट्रेनों में होती है जिसकी जानकारी चक्रधरपुर, टाटा, राउरकेला, मनोहरपुर आरपीएफ प्रभारी समेत सीआईबी इंस्पेक्टरों को रहती है लेकिन यह धंधा बेखौफ चलता है.
क्रमश :