आरपीएफ व अवैध वेंडरों का गठजोड़ : 1
- वर्दी की निगरानी में सड़ा-गला-बासी खाना बेचकर यात्रियों को सरेआम लूट रहे दो दर्जन से अधिक वेंडर
- शिकायतों पर नहीं हो रही कार्रवाई, स्टेशन निदेशक से लेकर सीआई व कैटरिंग इंस्पेक्टर ने साधा मौन
- आरपीएफ की छवि के साथ जवानों का गिर रहा मनोबल, इंस्पेक्टरों की पोस्टिंग के एफओ पर सबकी नजर
ROURKELA. राउरकेला स्टेशन पर रेलवे की प्रशासनिक व्यवस्था सवालों में हैं. यहां हर दिन प्लेटफॉर्म से लेकर ट्रेन तक धमाचौकड़ी मचाने वाले दो दर्जन से अधिक अवैध वेंडर यात्रियों की सुरक्षा व स्वास्थ्य को खतरे में डाल रहे हैं. ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी आरपीएफ के पोस्ट प्रभारी, स्टेशन डायरेक्टर, सीआई अथवा कैटरिंग इंस्पेक्टर को नहीं है पर सभी ने संदिग्ध रूप से मौन साध रखा है. यह कहना अधिक उचित होगा कि इन जिम्मेदार लोगों ने हजारों यात्रियों को भगवान भरोसे किसी बड़े हादसे के इंतजार में छोड़ दिया है. आरपीएफ की मौजूदगी में हर दिन सड़ा-गला-बासी खाना ऊंची कीमत पर बेचकर अवैध वेंडर यात्रियों को सरेआम शिकार बना रहे हैं.
यह भी जानें : SER : आईजी-कमांडेंट बदले, नहीं बदला सिस्टम, सफेद हाथी बने IVG-CIB-SIB इंस्पेक्टर
यह तो हुई कुव्यवस्था, कुप्रबंधन की कहानी लेकिन चौंकाने व चिंता की बात यह है कि राउरकेला में एक घुघनी बेचने वाला वेंडर ”AM” पूरे आरपीएफ बल को नियंत्रित कर रहा है. इंस्पेक्टर से लेकर सिपाही तक उसके ईशारे पर चल रहे. स्टेशन पर कहां कौन वेंडिंग करेगा यह उसके द्वारा तय किया जा रहा है. मजे की बात यह है कि डीआरएम और जीएम के दौरे में जब कुछ समय के लिए अवैध वेंडिंग को स्टेशन पर पूरी तरह रोक दी जाती है तब भी इसके आधा दर्जन से अधिक वेंडर स्टेशन के इंड वाली बोगियों में घुसकर आरपीएफ जवानों की मौजूदगी में वेंडिंग कर रहे होते हैं. इसकी पहुंच का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कभी स्टेशन पर खुद घुघनी बेचने वाला यह वेंडर वर्तमान में अपने चार वेंडर रखकर पानी व बिरयानी बेचवा रहा है.
स्टेशन के स्टॉल संचालक लगा रहे गुहार, नहीं हो रही सुनवाई
राउरकेला स्टेशन से आरपीएफ पोस्ट तक लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को अगर बारीकी से देखा जाये तो शायद DG/RPF और IG/RPF/SER की आंखें भी शर्म से झुक जायेंगी. ”AM” की मौजूदगी आपीएफ पोस्ट में 24 घंटे है. आरपीएफ के अफसरों व जवानों के साथ यह सोशल मीडिया पर अपने फोटो शेयर करता है. एसी बोगी में बिना टिकट यात्रा करता है, तो स्टेशन पर किसी भी हिस्से में उसकी मौजूदगी देखी जा सकती है. ऐसी कुव्यवस्था उस स्टेशन ”ROURKELA’‘ में है जहां छह माह पहले ही RPF/IG/SER ने कड़ी कार्रवाई कर एक संकेत देने का प्रयास किया था कि सुरक्षा व ड्यूटी से लापरवाही व समझौता वह सहन नहीं करेंगे. लेकिन उनके सारे प्रयास को चक्रधरपुर मुख्यालय में बैठा एक अधिकारी पलीता लगा रहा है.
https://x.com/railhunt/status/1775735022257131631?s=20
इस बात की चर्चा आरपीएफ महकमे में आम है कि राउरकेला में प्रभारी के रूप में गौतम कुमार गांधी उस अधिकारी की ही पसंद थे और उन्होंने ‘गांधी’ को राउरकेला में स्थायी पोस्टिंग देने की अनुशंसा तक कर रखी है. अब कुछ दिनों में इंस्पेक्टरों की पोस्टिंग का एफओ निकलने वाला है और सबकी नजरें IG/RPF/SER पर टिकी है कि वह दक्षिण पूर्व रेलवे में विधि-व्यवस्था के लिहाज से सबसे अहम माने जाने वाले राउरकेला और टाटानगर स्टेशन पर किस अफसर की पोस्टिंग करते हैं. फिलहाल राउरकेला में आरपीएफ की छवि के साथ जवानों का मनोबल गिर रहा है. इसमें IG/RPF/SER के सीधे रिपोर्ट करने वाले CIB/RPF और SIB/RPF की भूमिका सवालों में रही है.
रेलहंट को मैनेज करने का भी ले लिया टेंडर, मीडिया मैनेजमेंट में जुटे वेंडर
राउरकेला में अवैध वेंडरों का अर्थतंत्र हजारों नहीं लाखों में है. इसके मैनेजमेंट में बड़ा तंत्र काम कर रहा है. इसमें पर्दे के पीछे से एक होटल संचालक, दूसरा महिला रेलकर्मी का पति तो तीसरा संबंधी बताया जाता है. इसके अलावा कुछ अन्य लोग भी इस धंधे में जुड़े हैं. रेलहंट ने लगातार मिल रही शिकायतों पर जब पहली बार आरपीएफ और वेंडरों के बीच गठजोड़ का खुलासा किया था तब रेलहंट के अलावा पूरी मीडिया को मैनेज करने की अफवाह इन लोगों द्वारा उड़ाई गयी थी, हालांकि रेलहंट खुलासे के बाद ही यहां आईजी ने बड़ी कार्रवाई की. एक बार फिर अवैध वेंडरों के सरगना यही राग अलाप रहे हैं. अफवाह उड़ायी जा रही है कि रेलहंट को मैनेज कर लिया गया है अब अवैध वेंडिंग से जुड़ी कोई खबर नहीं प्रकाशित की जायेगी.
जारी :
हमारा प्रयास सच को सामने लाना मात्र हैं. सभी प्रतिक्रियाओं का स्वागत हैं ताकि हर पक्ष की बात सामने आ सके और हमारे सजग पाठक हर पक्ष की स्थिति से वाकिफ हो सके और किसी को यह न लगे कि उसकी बात या उसका पक्ष सुना नहीं जा रहा है. अपना पक्ष या अपनी प्रतिक्रिया इस मेल आईडी – railnewshunt@gmail.com अथवा वाट्सएप नंबर +91 9905460502 पर भेजें.
#RPF INDIA #INDIANRAIL #DG RPF #IG SER RPF #RAILWAY PROTECTION FORCE