- सिग्नल एवं टेलीकम्युनिकेशन विभाग में ढ़ाई साल में 41 की गयी जान
- अमदाबाद दौरे में ईडी सिग्नल ने मेंटेनर्स यूनियन नेताओं को दी जानकारी
रेलहंट ब्यूरो, अहमदाबाद
रेलवे बोर्ड के प्रिंसिपल ईडी (सिग्नल) अरविंद मित्तल ने अपने अहमदाबाद दौरे के क्रम में इंडियन रेलवे सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन मेंटेनर्स यूनियन को संरक्षा बिंदुओं को लेकर उठाये गये कदमों से अवगत कराया. उनसे मिलने गये यूनियन के महासचिव आलोक चन्द्र प्रकाश ने संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों की समस्याओं से उन्हें अवगत कराया. इसके बाद ईडी अरविंद मित्तल ने बताया कि दूरसंचार विभाग तथा वर्कशॉप के कर्मचारियों के अलावा ब्लैक स्मिथ को संरक्षा श्रेणी में रखे जाने के बावजूद भी उन्हें कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. इस कारण 6 मई, 2019 को जारी स्पष्ट दिशानिर्देश में सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन के संरक्षा से जुड़े सभी कैटिगरी को शामिल कर लिया है ताकि भविष्य में कर्मचारियों को परेशानी न हो. यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन कुमार ने इस पहल के लिए ईडी का आभार जताया है.
अहमदाबाद दौरे में ही ईडी ने यूनियन नेताओं को बताया कि सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन कर्मचारियों को रिस्क एंड हार्डशिप अलाउंस जल्द से जल्द दिये जाने के लिए सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं. नाईट ड्यूटी फेलियर गैंग की स्थापना के लिए भी जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे. कर्मचारियों की जान-माल की रक्षा रेलवे बोर्ड की सबसे बड़ी प्राथमिकता है और इसे रोकने के लिए एक रोड मैप तैयार किया जा रहा है. आईआरएसटीएमयू के आंकड़ों की की बात करते हुए उन्होंने बताया कि अब तक मात्र ढ़ाई सालों में 41 कर्मचारियों की मौत चिंता की बात है. ईडी ने कर्मचारियों से कार्य के वक्त अपनी सुरक्षा का ध्यान रखने की अपील की.
ईडी मित्तल ने बताया कि सालाना S&T कर्मचारियों के विभाग छोड़ जाने की वजह S&T विभाग की कार्यशैली है जिसे और अधिक विकसित करने की जरुरत है. आगे बताते हुए उन्होने कहा कि जल्द ही नया यार्ड स्टीक भी लाया जा रहा है जिससे भविष्य में जब भी कोई नया S&T उपकरण किसी भी स्टेशन पर लगाया जायेगा वैसे ही नये पदों का भी सृजन स्वतः ही हो जायेगा उसके लिए अलग से पद सृजन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. IRSTMU के महासचिव श्री आलोक चन्द्र प्रकाश ने रेलवे बोर्ड के सभी अधिकारियों का इसके लिए आभार जताया है.