रेलवे बोर्ड चेयरमैन से मिले सांसद विद्युत वरण महतो, एसएंडटी कर्मियों के लिए रिस्क अलाउंस की अनुशंसा की
जमशेदपुर. रेलवे बोर्ड के चेयरमेन वीके यादव से मिलकर जमशेदपुर के सांसद विद्यतु वरण महतो ने सिगनल एवं टेलिक्म्युनीकशन विभाग के कर्मचारियों की मांगों को रखा. एमपी ने चेयरमैन को सौंपे पत्र में बताया कि इंडियन रेलवे एस एंड टी मैंटेनर्स युनियन (IRSTMU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन कुमार द्वारा दिये गये स्मार पत्र के बिंदुओं के अवलोकन से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय रेलवे के संकेत एवं दूरसंचार विभाग (S&T) के कर्मचारी कार्य के दौरान आये दिन दुर्घटना (Fatal accident) एवं सड़क दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं.
कई बार स्थानीय भीड़ द्वारा पीट-पीट कर उनकी हत्या तक कर दी जा रही है. अबतक अनेक कर्मचारी अत्याधिक मानसिक तनाव में आत्महत्या तक कर चुके हैं तथा कई तो नौकरी छोड़ कर भाग जा रहे हैं. जब भी सिगनल फेल होता है दिन हो या रात उसे ठीक करने के लिए भी संकेत एवं दूरसंचार विभाग का कर्मचारी बुलाया जाता है जो दिनभर कड़ी मेहनत कर संकेत एवं दूरसंचार उपरकणों का अनुरक्षण तथा उकी खराबियों को ठीक करते हैं. इस कारण वह पूर्ण आराम भी नहीं कर पाते हैं. कर्मचारियों के पूरे परिवार की नींद खराब हो जाती है उसकी वजह से परिवार में दहशत का माहौल है इसके अलावा चौबीस घंटे छोटे-छोटे स्टेशनों पर जहाँ जीवन यापन की मूल-भूत सुविधा का अभाव हो ऐसे स्टेशनों पर रहने के लिए मजबूर किया जाता है. जुलाई 2016 से अबतक करीब 34 (S&T)कर्मचारी फेलियर या अनुरक्षण या दुर्घटना में अपनी जान गवां चुके हैं जिनकी सूची भी इनके द्वारा समर्पित की गई है.
सांसद ने चेयरमैन से आग्रह किया है कि आवेदन में वर्णित तथ्यों के आलोक में सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए अपने स्तर से यथोचित कार्यवाही करे. सांसद ने (S&T) कर्मचारियों को उनकी तत्परता तथा कार्य के प्रति लगन एवं उनके कार्य में निहित जोखिम (RISK) को देखते हुए बेसिक का 10 प्रतिशत S&T कर्मचारियों को Risk Allowance के तौर पर देने को उचित ठहराया और हर यूनिट में नाईट फेलियर गैंग की स्थापना किये जाने को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश जारी करने का अनुरोध चेयरमैन से किया है.