Jamshedpur. दक्षिण पूर्व रेलवे के आरपीएफ आईजी (PCSC/RPF/SER) संजय कुमार मिश्रा ने शनिवार 30 नवंबर को टाटानगर आपीएफ पोस्ट (Tatanagar RPF Post) का वार्षिक निरीक्षण किया. ज्ञात-अज्ञात माध्यमों से पहुंचने वाली कई शिकायतों की हो रही जांच के बीच आरपीएफ आईजी संजय कुमार मिश्रा जब नियमित अधिकारिक निरीक्षण के क्रम में टाटानगर आरपीएफ पोस्ट पहुंचे तो उनका ‘रेड कॉरपेट’ वेलकम किया गया. इसके लिए पूरे पोस्ट को सजाया गया, फ्लैक्स भी छपवाये गये. स्वागत इतना जोरदार व भव्य था कि हर किसी की नजरें उस पर पड़ी. ऐसा इसलिए भी क्योंकि रूटीन इंस्पेक्शन के दौरान किसी अधिकारी का आम तौर पर ऐसा स्वागत कम ही देखने को मिलता है. खास बात यह रही कि आईजी साहब टाटानगर में निरीक्षण के बाद पोस्ट प्रभारी की कार्यप्रणाली और व्यवस्था से संतुष्ट नजर आये.
आरपीएफ आईजी का टाटानगर में निरीक्षण उस समय हुआ जब पूरे साउथ इर्स्टन जोन में झारसुगुड़ा-राउरकेला से लेकर चक्रधरपुर-टाटानगर तक कई गंभीर आरोपों की जांच चल रही है और आईजी स्तर से ही उन पर कार्रवाई होनी है. लेकिन रेल महकमे की तमाम जिज्ञासाओं के बावजूद यह जानकारी सामने नहीं लाने दी जा रही कि जांच किस स्तर पर पहुंची है ? कोई निष्कर्ष निकला है कि नहीं ? यदि निकला है तो क्या ? और दोषी पाये जाने पर किस आरोपी अधिकारी के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई ? रेल महकमे से ऐसी कई जिज्ञासाएं रेलहंट के पास भी पहुंची. इसी के फलस्वरूप रेलहंट ने आईजी साहब से बात कर सारी स्थिति को स्पष्ट करने का प्रयास किया. लेकिन मातहतों से पता चला कि साहब मीडिया के लिए उपलब्ध नहीं हैं.
आम तौर पर ही उनके जैसा रेलवे का कोई बड़ा अधिकारी निरीक्षण में आता तो अपने दिशा-निर्देशों या निरीक्षण के दौरान दिखी खूबिया-खामियां से भी मीडिया को अवगत कराता रहा है. इससे रेल महकमे में पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ काम होने की जानकारी सबको मिल जाती है. लेकिन आईजी के इस निरीक्षण दौरे के दौरान ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. लिहाजा रेल महकमे में तरह तरह के सवाल उठ रहे हैं. आशंकाएं जतायी जा रही है. जांच के विभिन्न मामलों में कार्रवाई की निष्पक्षता पर भी प्रश्न खड़े किये जा रहे हैं. कहने वाले तो यहां तक कहने लगे है कि इस तरह का निरीक्षण अब तो महज आई-वाश की तरह प्रतीत होता है.
आईजी साहब या उनका कार्यालय मीडिया से क्याें दूरी बनाकर चल रहे हैं ये तो वे ही जाने, लेकिन रेल महकमे में तैर रहे इन सवालों का जबाव कौन देगा कि जब आराेपों और आरोपियों की लंबी फेहरिस्त के बीच रेड कारपेट वेलकल को अंगीकार करना नैतिक रूप से कितना जायज है ? क्या रेल मैनुअल में सामान्य निरीक्षण के दौरान इस तरह के स्वागत का प्रावधान है ? विभिन्न आरोपों की चल रही जांच की दिशा और दशा से ऐसे सवालों के जवाब मिलेंगे जिन पर पूरा रेल महकमा टकटकी लगाये हुए है और आईजी साहब और उनका कार्यालय चुप्पी साधकर संदेह और सवाल उठाने वालों को ऐसा करने का आधार दे रहा !
आईजी संजय कुमार मिश्रा शनिवार को टाटानगर आरपीएफ पोस्ट निरीक्षण को आये थे. पोस्ट परिसर में आइजी संजय कुमार मिश्रा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. आइजी ने परेड की सलामी भी ली. उन्होंने बैरक का भी इंस्पेक्शन किया. लगभग डेढ़ से दो घंटे तक चले निरीक्षण के दौरान सभी अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये. दस्तावेजों की भी जांच की. बैठक के बाद आईजी लोको सेंट्रलाइज्ड ट्रैक्शन रिपेयर सेंटर और विद्युत लोको शेड गये और वहां का निरीक्षण भी किया. निरीक्षण के दौरान चक्रधरपुर के सीनियर कमांडेंट पी शंकर कुट्टी, टाटानगर सहायक कमांडेंट प्रतीक्षा सिंह, टाटानगर आरपीएफ पोस्ट प्रभारी राकेश मोहन के साथ अधिकारी भी शामिल रहे.
हथियारों के साथ अनावश्क छेड़खानी नहीं करें, व्यायाम करें
आरपीएफ आईज संजयु कुमार मिश्रा ने सुरक्षा सम्मेलन में अधिकारी व जवानों से बात की. उन्हें बताया कि हथियारों के साथ अनावश्यक रूप से छेड़खानी न करें. सुरक्षा नियमों का पालन हर हाल में करें. सीख देते हुए कहा कि शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहे, तभी आप अच्छे से ड्यूटी कर पाएंगे. इसके लिए हर दिन कम से कम एक घंटा अपने आप शरीर के ऊपर ध्यान दें. सुबह व्यायाम करें. आईजी ने जवानों सुझाव भी मांगा. साफ कहा कि अगर किसी को कोई सुझाव अथवा परेशानी है तो बताये, हमलोग उसे सुधारने का प्रयास करेंगे.
आरपीएफ के पास रेल संपत्ति के साथ यात्रियों की सुरक्षा का भी जिम्मा, अलर्ट रहें
टाटानगर रेलवे स्टेशन के सभागार में आरपीएफ के चक्रधरपुर कमांडेंट पी शंकर कुट्टी, टाटानगर सहायक कमांडेंट प्रतीक्षा सिंह और पोस्ट प्रभारी राकेश मोहन समेत अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में आइजी संजय कुमार मिश्रा ने कहा कि आरपीएफ के जिम्मे बड़ी जिम्मेदारी है. रेल संपत्ति के साथ यात्रियों की सुरक्षा का जिम्मा भी है. ऐसे में कोई भी लापरवाही बड़ा नुकसान कर सकती है. इसलिए अधिकारी व जवान ड्यूटी पर अलर्ट मोड में रहें. सिर्फ ट्रेन की सुरक्षा ही नहीं यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ उनकी मदद करने की भी उनकी जिम्मेदारी है.
यात्रियों से अच्छा व्यवहार करें अधिकारी व जवान, उनकी मदद करें
आईजी संजय कुमार मिश्रा ने आरपीएफ के अधिकारी व जवानों से यात्रियों के साथ अच्छा बनाकर करने की सीख दी. कहा कि जरूरत पड़ने पर उनकी मदद करें. अगर यात्री किसी समस्या को उनके सामने रखते हैं मसलन ट्रेन में एसी क्यों नहीं चल रहा तो यात्रियों को सम्मानपूर्वक जवाब दें. संबंधित लोगों को सूचित करें ताकि समस्या का निदान जल्दी हो सके. यात्रियों की मदद करें, उनके साथ दोस्ताना व्यवहार करें. ऐसे न ही हो यात्रियों के सवालों को हां-नां कहकर टाल दें.