रेलहंट ब्यूरो, इलाहाबाद
अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन से पहले रेलवे ने इसका खुलासा किया है कि यहां नये स्टेशन के पहले चरण का निर्माण जून 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा. रेलवे की नयी घोषणा से यह स्पष्ट हो गया है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने तक यात्रियों को सुविधाओं से युक्त अति अत्याधुनिक रेलवे स्टेशन उपलब्ध होगा. इससे उनकी परेशानियों नहीं रह जायेंगी. हालांकि रेल मंत्री पहले ही यह स्पष्ट कर चुके है कि यहां स्टेशन राम जन्मभूमि मंदिर की तर्ज पर ही बनाया जायेगा. उत्तर रेलवे ने ट्वीटर पर प्रस्तावित रेलवे स्टेशन का मॉ़डल भी जारी किया है. रेलमंत्री पीयूष गोयल में बताया हे कि देश भर से श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के दर्शन हेतु आने वाले श्रद्धालुओं को अयोध्या की राममय संस्कृति, और यहां की आध्यात्मिकता का आभास स्टेशन करायेगा.
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि 104 करोड़ की लागत से स्टेशन के अत्याधुनिकीकरण के पहले चरण में प्लेटफॉर्म नंबर 1, 2/3 समेत बरामदे, सीढ़ियों और पैसेज आदि का काम जून 2021 तक पूरा कर लिया जायेगा. अयोध्या में स्टेशन के अधुनिकीकरण के निर्माण की मंजूरी 2017-18 में मंजूरी मिली थी. राम मंदिर को ध्यान में रखकर यहां स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त किया जा रहा है. इसमें यात्री सुविधाओं के अलावा स्वच्छता, सुन्दरता और उच्च गुणवत्ता वाली तमाम सुविधाएं निहित की जायेंगी.
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बताते चले कि केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने 22 फरवरी 2018 को ही अपने बयान में स्पष्ट कर दिया था कि अयोध्या के रेलवे स्टेशन मंदिर की तर्ज पर बनाया जाएगा. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि रेलवे भगवान राम की जन्मभूमि से लोगों को जोड़ने के लिए अयोध्या स्टेशन को मंदिर के मॉडल पर बनाने की योजना बना रहा है. राम जन्मभूमि मंदिर के लिए विहिप की परिकल्पना को आधार मानकर डिजाइन तैयार किये जाने को लेकर तब जतायी गयी आत्तपियों की आशंका को भी रेलमंत्री ने खारिज किया था. तब रेलमंत्री ने कहा था कि रेलवे स्टेशनों को ऐतिहासिक स्थलों से जोड़ने का विचार है. कर्नाटक में बेलगावी रेलवे स्टेशन को गुजरात में साबरमती आश्रम की तरह बनाने की बात रेलमंत्री ने तब कही थी.