- जमशेदपुर में आयोजित दक्षिण पूर्व रेलवे के वेंडर मीट में 100 से अधिक इकाईयों ने की हिस्सेदारी
- रेलवे को उम्मीद है कि झारखंड के नए विक्रेता व्यापार को बढ़ाएंगे और राष्ट्र के विकास में भागीदार बनेंगे : मनोज कुमार
रांची से नूतन. जमशेदपुर के होटल रामाडा के शाही हॉल में एक मई को आयोजित विक्रेता विकास (वेंडर मीट) कार्यक्रम में रेलवे ने झारखंड के व्यवसायियों को खुले दिल से व्यवसाय करने के लिए आमंत्रित किया. दक्षिण पूर्व रेलवे के प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक रत्नाकर पांडे ने अपने संबोधन में कहा कि रेलवे हर स्तर पर स्थानीय वेंडरों को रेलवे की विभिन्न इकाईयों में सामग्री की आपूर्ति के लिए अवसर देना चाहती है. यह अवसर झारखंड के साथ जमशेदपुर और आदित्यपुर स्मॉल इंडस्ट्री के उद्योगपतियों के लिए भी समान रूप से उपलब्ध है. इसलिए रेलवे की निविदा में हिस्सा लेकर वे अपने उत्पादन को बाजार व व्यवसाय को नया आयाम दे सकते है. उन्होंने कहा कि रेलवे नये वेंडरों को अवसर देना चाहता है इसका लाभ उन्हें उठाना चाहिए.
इस मौके पर रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक मनोज कुमार गुप्ता, मुख्य सामग्री प्रबंधक सीएलडब्ल्यू एके मेशाराम ने रेलवे की जरूरतों के संबंध में बताया जिनकी आपूर्ति में स्थानीय वेंडर हिस्सा ले सकते हैं. विक्रेताओं के रूप में वेडरों के संदेह को भी रेलवे अधिकारियों ने दूर किया और उनकी संकाओं का भी निराकरण किया. रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक मनोज कुमार ने स्थानीय औद्योगिक प्रतिनिधियों से उनके सुझाव भी लिये और कहा कि रेलवे को उम्मीद है कि झारखंड के नए विक्रेता रेलवे के साथ अपने व्यापार को बढ़ाएंगे और रेलवे और राष्ट्र के विकास में भागीदार बनेंगे.
वेंडर मीट में झारखंड उद्योग विभाग से आये अनवारुल हक ने रेलवे को वेंडर के रूप में नये व्यवसायियों के साथ संबंध को बेहतर बनाने पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि राज्य की उत्पादन इकाईयों में रेलवे की जरूरत को पूरा करने की क्षमता है बस मौका मिलने से उद्योगपति इसे मूर्त रूप दे सकते है. उन्होंने रेलवे मौजूदा वेंडर बेस के उत्पाद मिश्रण को बढ़ाने और झारखंड से नए वेंडर बनाने पर भी जोर दिया. इस मौके पर स्मारिका का भी विमाेचन किया गया.
वेंडर मीट में सिंहभूम चेंबर के नितेश धूत, आदित्यपुर लघु उद्योग संघ के संतोष, आदिवासी भारतीय चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के श्री खीला राम मुर्मू, लघु उदयोग भारती के अमृत पाल सिंह राही, आरआईटीईएस से रंजय त्यागी समेत आरडीएसओडी के प्रतिनिधि के अलावा 100 से अधिक फर्मों के प्रतिनिधियों ने सक्रिय रूप से भागीदारी की.