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पेपरलेस टिकट की ओर बढ़ रही रेलवे, तीन साल में 35000 फीसदी की बढ़ोतरी : रेलमंत्री

कबाड़ बेचकर आठ माह में रेलवे ने कमाये 1815 करोड़
  • रेल मंत्रालय ने ‘मोबिलिटी के लिए सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग’ पर संगोष्‍ठी का किया आयोजन
  • कागज रहित अनारक्षित टिकटों की संख्‍या 2014 में 195 थी, जो पिछले साल बढ़कर 67,000 हो गई
  • भारतीय रेल ई-खरीद प्रणाली संबंधी ‘आपूर्ति’ मोबाइल ऐप जारी किया

नई दिल्ली. रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारतीय रेल ई-खरीद प्रणाली संबंधी ‘आपूर्ति’ मोबाइल ऐप जारी किया गया है. इस ऐप में भारतीय रेल की ई-संविदा और ई-नीलामी संबंधी गतिविधियों के आंकड़े और सूचनाएं उपलब्‍ध होंगी. रेल मंत्रालय और रेल सूचना सेवा केन्‍द्र (सीआरआईएस) की ओर से ‘मोबिलिटी के लिए सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग’ पर आयोजित संगोष्ठी में रेलमंत्री ने इसकी जानकारी दी.
श्री गोयल ने कहा कि समय आ गया है कि हम भारतीय रेल के आकर्षण को बहाल करें. मेरी दृष्टि में प्रौद्योगिकी के जरिये भारतीय रेल की दशा और दिशा में बदलाव लाया जा सकता है.

उन्‍होंने कहा कि रेलवे ट्रेक, सुरक्षा, सिग्‍नलिंग, खान-पान, समयबद्धता आदि क्षेत्रों में बदलाव लाने के लिए प्रयास कर रहा है. उन्‍होंने कहा, ‘कागज रहित अनारक्षित टिकटों की संख्यान 2014 में 195 थी, जो पिछले वर्ष बढ़कर 67,000 हो गई. यह तीन वर्षों में 35,000 प्रतिशत की बढ़ोतरी है, जो बहुत उत्‍साहवर्धक है.’ उन्‍होंने बताया कि 710 रेलवे स्‍टेशनों पर वाई-फाई सुविधा दी जा रही है और इस संबंध में मैं रेलकर्मियों के लिए गौरव का अनुभव करता हूं. इस अवसर पर रेलवे बोर्ड के सदस्‍य यातायात श्री गिरिश पिल्‍लई, सीआरआईएस के महानिदेशक श्री मुकेश निगम, रेलवे बोर्ड के महानिदेशक/भंडार श्री वी.पी. पाठक, रेलवे बोर्ड के महानिदेशक/कार्मिक श्री आनंद माथुर, रेलवे बोर्ड में सीएंडआईएस की अतिरिक्‍त सदस्‍य सुश्री सुनीरा बस्‍सी तथा अन्‍य वरिष्‍ठ रेल अधिकारी भी उपस्थित थे.

संगोष्‍ठी में सूचना प्रौद्योगिकी के तमाम प्रयोगों के बारे में चर्चा की गई. सत्रों के दौरान वक्‍ताओं ने बताया कि मोबिलिटी बढ़ाने के लिए कैसे सूचना प्रौद्योगिकी का इस्‍तेमाल किया जा सकता है. इस बारे में वक्‍ताओं ने कई उपायों की जानकारी दी, जिनसे उपभोक्‍ताओं को सुविधा प्रदान करने के लिए रेलवे संचालन को प्रभावशाली बनाया जा सकता है. कम्‍प्‍यूटरों और सूचना प्रसंस्‍करण प्रणालियों के अलावा संचार तंत्र भी मोबिलिटी के संबंध में सूचना प्रौद्योगिकी के इस्‍तेमाल के लिए महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है. आधुनिक प्रौद्योगिकियों के जरिये प्रभावशाली संचार तंत्र खड़ा किया जा सकता है. मोबिलिटी के संबंध में इस संगोष्‍ठी ने एक शानदार प्‍लेटफॉर्म के तौर पर काम किया है.

भारतीय रेल की ई-खरीद प्रणाली संबंधी ‘आपूर्ति’ मोबाइल एप के बारे में बताया गया कि इसमें भारतीय रेल की ई-संविदा और ई-नीलामी संबंधी गतिविधियों के आंकड़े और सूचना उपलब्‍ध हैं. ई-संविदा गतिविधियों के लिए उपयोगकर्ता संविदाओं के प्रकाशन, उनके समापन और खरीद संबंधी जानकारी प्राप्‍त कर सकते हैं. स्‍क्रैप की बिक्री संबंधी ई-नीलामी गतिविधियों के लिए उपयोगकर्ताओं को आगामी नीलामी, नीलामी कार्यक्रम, बिक्री शर्तों, ई-नीलामी के लिए उपलब्‍ध सामग्रियों, नीलामी इकाईयों की जानकारी मिलेगी. आईआरईपीएस की विवरणिका भी ऐप पर उपलब्‍ध है. ऐप में उपयोगकर्ताओं के फीडबैक की भी जानकारी मिलेगी, जिससे ऐप में लगातार सुधार करने में सहायता होगी.

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