कोरोना के समय को अवसर में बदलने में रेलवे ने कोई कसर नहीं रख छोड़ी है. रेगुलर की जगह स्पेशल ट्रेनों का परिचालन करे अतिरिक्त 25 से 30 फीसदी का किराया वसूलने के बाद रेलवे खाली बोगियों में भी माल ढुलाई कर पैसे कमा रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि वर्तमान में पैसेंजर ट्रेनें सीमित संख्या में चल रही है और जनरल सेकेंड क्लास के पैसेंजर कोच खाली पड़े हुए है जिनका उपयोग सामानों का ट्रांसपोर्टेशन में किया जा रहा.
हुबली डिवीजन में वास्को द गामा स्टेशन से कलमेश्वर (नागपुर) के लिए सामानों से भरे यात्री कोचों को रविवार 25 अक्टूबर को रवाना किया गया. कोरोना के समय पार्सल की मांग बढ़ने पर रेलवे ने यात्री कोचों में भी मालढुलाई का यह निर्णय लिया है जिसके तहत ऐसा किया जा रहा. वास्को-द-गामा से कलमेश्वर के बीच रविवार को 15 ऐसे कोच से सामानों का ट्रांसपोर्टेशन किया जा रहा है. हर एक कोच में 10 टन सामान की लोडिंग की जा रही है.
इस तरह बनायी गयी लोडिंग ट्रेन से नेस्ले कंपनी का 166 टन माल लोड कर उसे दूसरे स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है. ऐसा बताया जा रहा है कि इससे रेलवे को लाखों में कमाई हुई है. वास्को द गामा से ट्रेन रविवार की सुबह 7 बजे रवाना हुई जो 26 अक्टूबर की दोपहर 1:40 बजे कलमेश्वर स्टेशन पहुंचेगी.