- ट्रेन संचालन और रख-रखाव समेत सुरक्षा श्रेणी के पदों को नहीं किया जायेगा सरेंडर : डीजी
रेलहंट ब्यूरो, नई दिल्ली
रेलवे ने अपने हाल नोटिफिकेशन जिसमें 50 फीसदी पदों को सरेंडर करने की बात कही थी उस पर अपने सुर बदल लिये हैं. रेलवे की ओर से यह सफाई आयी है कि पदों को सरेंडर के क्रम में भी किसी की नौकरी नहीं जायेगी. हालांकि नयी भर्तियों पर रोक का निर्णय अमल में लाया जायेगा. इस दौरान रेलवे पिछले दो सालों में निकाली गयी वेकैंसी की समीक्षा करेगा और 50 फीसदी पदों को सरेंडर भी किया जायेगा. इसके लिए रेलवे की ओर से पहले ही नोटिस जारी की जा चुकी है. इसी नोटिस ने रेलकर्मियों में भय और दहशत की स्थिति बना दी थी. हालांकि रेलवे ने 3 जुलाई शुक्रवार को जारी बयान में कुछ बदलाव किया और कहा है कि न तो किसी की नौकरी जायेगी और न ही भर्तियां कम करने की कोई योजना है.
रेलवे ने अपने शब्द में बदलाव करते हुए परिभाषा को बदला और कहा कि आने वाले समय में रेलवे कर्मचारियों की जॉब प्रोफाइल बदली जा सकती है. इससे साफ हो गया है कि रेलकर्मियों के अपने मूल स्थान से हटाकर कहीं और भी उनकी सेवा ली जायेगी. हालांकि फिलहाल रेलवे की इस घोषणा से रेलकर्मियों को राहत मिली है. रेलवे के डीजी (एचआर) आनंद एस खाती ने अपने बयान में कहा है कि रेलवे से न ही किसी की नौकरी जा रही है, न ही नौकरियां कम हो रही हैं. उन्होंने कहा है कि ट्रेन संचालन और रख-रखाव की किसी भी सुरक्षा श्रेणी की नौकरी को सरेंडर नहीं किया जायेगा. खाती ने कहा कि गैर-सुरक्षा के खाली पदों को सरेंडर किया जाएगा, जिससे रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर की नई परियोजनाओं और ज्यादा सुरक्षा वाली वैकेंसी निकालने में मदद मिलेगी.
डीजी एचआर ने कहा कि तमाम श्रेणियों के पदों पर भर्तियां जारी रहेंगी और रेलवे नौकरियों में कोई कटौती नहीं करेगा. रेलवे ने एक बात ये जरूर साफ कर दी है कि कुछ जॉब प्रोफाइल बदले जाएंगे. इससे कर्मचारियों की कुशलता बढ़ेगी, लेकिन कोई कटौती नहीं होगी. बता दें कि अभी रेलवे में कुल 12,18,335 कर्मचारी हैं. अभी रेलवे की कमाई का 65 फीसदी हिस्सा वेतन और पेंशन भुगतान पर खर्च होता है. 2018 के बाद से रेलवे ने सुरक्षा श्रेणी में 72,274 और गैर सुरक्षा श्रेणी में 68,366 पद हैं.