AGRA. ट्रेनों में टिकट आरक्षण की मांग बढ़ने के साथ ही दलालों का धंधा तेज हो जाता है. देश के लगभग हर स्टेशन पर दलालों का कब्जा है. हालांकि ऑनलाइन सिस्टम से बहुत कुछ बदलाव तो हुए है लेकिन अब भी टिकट दलाल पहले ही टिकट आरक्षित कराकर उस नाम पर दूसरे यात्रियों को यात्रा कर कमाई कर रहे. इसमें निजी लॉगिंग पर भी आरक्षण कराकर कमाई की जा रही है. हालांकि आरपीएफ की टीम दलालों के इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए लगातार प्रयास भी कर रही है.
इस क्रम में आगरा आरपीएफ की टीम ने बीते दिनों ग्लोब होटल के मैनेजर मनोज शर्मा को रेलवे टिकट आरक्षण के गोलमाल के धंघे में शामिल होने के आरोप में पकड़कर बड़ा खुलासा किया. इंस्पेक्टर एसएन पाटीदार, सीआईबी इंस्पेक्टर योगेश राणा ने रकाबगंज थाना क्षेत्र के स्थित होटल से काम करने वाले मनोज शर्मा को पकड़ा था. इसमें यह बात सामने आयी कि यहां आने वाले पर्यटकों से कमीशन लेकर अवैध रूप से ई टिकट उपलब्ध कराया जा रहा है. आरपीएफ को 36000 रुपये मूल्य के टिकट भी जब्त किया.
जांच में यह बात सामने आयी थी कि शर्मा टूर एंड ट्रेवल्स के नाम से होटल के बगल में ही दुकान चलाने वाले संचालक ने उन्हें निजी आइडी पर टिकट बनाने के लिए प्रोत्साहितत किया था. इसकेलिए वह प्रति टिकट दो सौ रुपये कमीशन देने का लालच दिया था. इसके बाद वह भी पर्सनल यूजर आईडी बनाकर पर्यटकों को आनडिमांड टिकट बना देते थे. आरपीएफ की टीम आरोपी की भी तलाश कर रही है.
हालांकि बताया जाता है कि आरपीएफ की कार्रवाई के बावजूद कई टूर एंड ट्रेवल्स की एजेंसियां निजी आईडी पर टिकट आरक्षित कराकर लोगों को उपलब्ध करा रही है. यह धंधा बेखौफ रूप से ताज नगरी में चल रहा है.
वहीं दूसरी ओर आरपीएफ के एक उच्च पदाधिकारी ने बताया कि उनकी तकनीकी टीम आईआरसीटीसी के साथ मिलकर ऐसे आईडी की पहचान करती है तो एक से अधिक आरक्षित टिकट अलग-अलग डिस्टीनेशन के बनाते है. पूरी जांच के बाद उक्त आईडी को ट्रैस कर सूचना संबंधित आरपीएफ पोस्ट को दी जाती है और इसके बाद कार्रवाई कर उक्त एजेंट को पकड़ा जाता है. उन्होंने बताया कि देर से ही सही ऐसे लोग पकड़े ही जायेंगे.