- यूनियन नेताओं के दुर्व्यवहार, मारपीट और धमकी के बाद हरकत में आया FROA/JHS
- यूनियन के लिखित माफी मांगने और हंगामा करने वाले ऑफिस बियरर को हटाने पर अड़ा
Jhansi. झांसी में NCRMU के सदस्य और पदाधिकारियों द्वारा DMO के साथ की गयी मारपीट और अभद्र व्यवहार के बाद यूनियन और ऑफिसर्स एसोसिएशन आमने-सामने आ गये हैं. यूनियन नेताओं ने जहां डीएमओ पर एससी/एसटी ऐक्ट में फंसाने की धमकी दी है वहीं झांसी मंडल के ऑफिसर्स ने यूनियन के लिखित माफी मांगें जाने तक सभी तरह की बैठकों का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी है.
24 मार्च 2023 को प्रथम श्रेणी रेल अधिकारी एसोसिएशन, झांसी (FROA/JHS) की बैठक में यह निर्णय लिया गया और इसकी जानकारी अधिकारी और यूनियन के आला अधिकारियों तक पहुंचायी गयी है. बैठक में पिछले दिनों रिकॉग्नाइज्ड यूनियन (NCRMU) के सदस्यों एवं पदाधिकारियों द्वारा की गयी मारपीट एवं अभद्र व्यवहार पर चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया.
FROA/JHS द्वारा जारी किया गया वायरल बयान
बैठक में अधिकारी एसोसिएशन के सदस्यों ने इस बात पर आपत्ति दर्ज करायी कि यूनियन के कुछ सदस्यों ने अधिकारियों को एससी/एसटी एक्ट में फ्रेम अप करने की धमकी दी है. ऐसी घटनाएं रेलवे में अनुशासन पर प्रतिकूल प्रभाव पडता है, इसलिए बाध्य होकर एसोसिएशन यह रिजोलुशन पास करता है कि जब तक उक्त यूनियन इस घटना के लिए लिखित माफी नहीं मांगती और सदस्यों या ऑफिस बियरर को नहीं हटाती है तब तक FROA/JHS के सभी सदस्य सभी प्रकार की यूनियन की वार्ता का बहिष्कार करेंगे.
एसाेसिएशन के सचिव अमित गोयल ने बैठक के बाद जारी बयान में घोषणा की है कि कोई भी अधिकारी ऐसी यूनियन के किसी भी सदस्य या ऑफिस वियरर से किसी भी प्रकार की मीटिंग, पीएनएम या पेमेंट सेल, इनफॉर्मल मीटिंग या वार्तालाप में हिस्सा नहीं लेगा. (FROA/JHS) और NCRMU के बीच टकराव का यह मामला डीआरएम और जीएम तक पहुंच गया है. अब तक यूनियन नेता इस मामले में मौन साधे हुए है. लेकिन दबी जुबान से NCRMU के नेताओं ने कहा कि यह टकराव एकतरफा नहीं है. दोनों ओर से टकराव के लिए दोनों पक्ष जिम्मेदार हैं. इस मामले में बीच-बचाव कर मामला सुलझाने का प्रयास अधिकारी व यूनियन के आला नेता कर रहे हैं.