Railway lift stuck in Varanasi : रेलवे स्टेशन पर लिफ्ट तो लगायी जा रही है लेकिन उसके इंतजाम को लेकर बड़े सवाल भी खड़े होने लगे हैं. ताजा वाकया वाराणसी रेलवे स्टेशन का है जब इस लिफ्ट में छह छात्राएं आधे घंटे तक फंसी रही. गनीमत रही कि लिफ्ट में दिये गये कंट्रोल नंबर पर फोन कर उन्होंने अपनी स्थिति की जानकारी दी और उन्हें जल्द ही रेस्क्यू कर लिया गया. छात्राओं ने कहा कि जब वह बंद लिफ्ट में 10 मिनट तक फंसी रही तो ऐसा लगा मानो जान ही निकल जायेगी.
यह सब हुआ वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर गुरुवार 3 नवंबर की दोपहर. छह छात्राएं प्लेटफार्म नंबर पांच पर बनी लिफ्ट में आधे घंटे तक फंसी रही. कंट्रोल की सूचना पर जीआरपी ने लिफ्ट ऑपरेटर की मदद से छात्राओं को बाहर निकाला. छात्राओं के मुताबिक पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर से गांधीधाम एक्सप्रेस में सवार होकर वाराणसी किताब खरीदने आ रही थीं.
कैंट स्थित रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या पांच पर पहुंची. ट्रेन से उतरकर छह छात्राएं बाहर निकलने के लिए लिफ्ट में सवार हुईं. 10 मिनट तक जब लिफ्ट ऊपर नहीं पहुंची और गेट नहीं खुला तो छात्राएं घबरा गयी. इसके बाद छात्राओं ने लिफ्ट में लिखे गए आपातकालीन नंबर पर फोन कर मदद मांगी. जब इसकी सूचना कंट्रोल रूम तक पहुंची तो हड़कंप मच गया और प्लेटफॉर्म पर लगे अनाउंसमेंट सिस्टम सूचना प्रसारित की जाने लगी. उधर इसकी सूचना कंट्रोल रूम से जीआरपी को भी दी गई.
सूचना मिलने पर पहुंचे लिफ्ट ऑपरेटरों ने आधे घंटे तक मशक्कत के बाद बीच में फंसे लिफ्ट को ऊपर पहुंचाया और गेट को खोला. इसके बाद छात्राओं ने राहत की सांस ली. छात्राओं का कहना था, जब अचानक लिफ्ट फंस गई तो लगा की जान निकल जाएगी और उनकी हालत खराब होने लगी. लिफ्ट ऑपरेटरों ने बताया कि लिफ्ट में कोई खराबी नहीं आई थी, केवल बटन को कई बार गलत तरीके से दबाने की वजह से लिफ्ट जाम हो गई थी. इसमें हादसे जैसी कोई बात नहीं है.