रेलहंट ब्यूरो, नई दिल्ली
रेलवे कर्मचारियों के लिए राहत की खबर है. रेलवे में जल्द ही सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने वाली हैं, इससे कर्मचारियों की सैलरी में आने वाला अंतर खत्म हो जाएगा. दरअसल, छठे वेतन आयोग के सैलरी स्ट्रक्चर में आने वाले एक ही क्लास के दो अधिकारियों की सैलरी के अंतर को इस बार खत्म किया जा रहा है.
सातवां 7वें वेतन आयोग के लागू होने से जिन दो कर्मचारियों की सैलरी में 3 प्रतिशत या इससे ज्यादा का अंतर होगा, उन कर्मचारियों का वेतन बराबर कर दिया जाएगा. लेकिन, यह नियम एक क्लास के दो कर्मचारियों पर लागू होगा. दूसरी क्लास के कर्मचारियों की सैलरी का अंतर कम हो सकता है.
उदाहरण के तौर पर छठे वेतन आयोग (6th CPC) के तहत एक क्लास में एक कर्मचारी का न्यूनतम वेतन 7210 रुपये है और दूसरे का 7430 रुपये है. अगर इसी कैलकुलेशन से समझें तो 7वां वेतन आयोग लागू होने पर पहले कर्मचारी का वेतन 18530 रुपये और दूसरे कर्मचारी का वेतन 19095 रुपये हो जाता है. लेकिन, अब दोनों कर्मचारियों के वेतन को 7th Pay Commission के मैट्रिक्स-पे में एक बराबर 19100 रुपये का वेतन मिलेगा. इसे बंचिंग का फायदा कहते हैं. कर्मचारियों को बंचिंग का लाभ 1 जनवरी 2019 से दिया जाएगा.
6th CPC में जिन कर्मचारियों की सैलरी 1800, 1900, 2000, 2400, 2800 और 4200 ग्रेड पे के अंदर है, उन्हें बंचिंग का फायदा मिलेगा. इसके लिए जल्द आवेदन करना होगा. कुछ मंडलों में सभी रेल कर्मियों से बंचिंग का लाभ लेने के लिए जल्द से जल्द अपने ग्रेड के आधार पर आवेदन देने को कहा है.
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