- 7वें वेतन आयोग के मुताबिक न्यूनतम वेतन 18000 के आधार पर बोनस 46 हजार रुपये तक हो सकता है
Railway Bonus : दुर्गा पूजा से पहले ही रेलवे में बोनस को लेकर हलचल शुरू हो गयी है. इस साल बोनस को लेकर रेलकर्मियों में उत्सुकता इस बात को लेकर है कि क्या उन्हें 7वें वेतन आयोग की आधार पर बोनस मिलेगा. अगर ऐसा हुआ तो रेलकर्मियों के न्यूनतम वेतन 18000 के आधार पर यह 46 हजार रुपये तक हो सकता है. हालांकि अभी इसकी अंतिम घोषणा होनी बाकी है.
अभी रेलकर्मियों को परफॉर्मेंस लिक्ड बोनस का भुगतान छठे वेतन आयोग में निर्धारित न्यूनतम वेतन के आधार पर किया जा रहा है. फेडरेशनों की मांग है कि बोनस का भुगतान नई सिफारिशों के आधार पर हो. यह उम्मीद जतायी जा रही है कि सरकार जल्द ही बोनस का एलान कर सकती है.
अभी रेलवे सभी नॉन गजेटेड अधिकारियों को 78 दिन के वेतन के बराबर बोनस देता है. इसकी गणना ग्रुप डी के कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन के आधार पर की जाती है. छठे वेतन आयोग के अनुसार न्यूनतम वेतन 7000 है यानि 78 दिन का बोनस करीब 18 हजार रुपये है. वहीं 7वें वेतन आयोग के मुताबिक न्यूनतम वेतन 18000 कर दिया गया है. इस आधार पर बोनस 46 हजार रुपये से ज्यादा हो सकता है.
हालांकि बोनस का सीधा संबंध प्रदर्शन से है ऐसे में सरकार कोई भी फैसला लेने से पहले रेलवे की कमाई और खर्चों पर नजर रखेगी जिसके आधार पर ही फैसला लिया जाएगा. प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस (PLB) प्रोडक्टिविटी और मोटिवेशन बढ़ाने के लिए रेलवे के सभी गैर-राजपत्रित कर्मचारियों (Group C और Group D) को दिया जाता है. हालांकि इस साल भारतीय रेलवे कर्मचारी महासंघ (IREF) ने रेलवे को पत्र लिखकर अपने PLB को बढ़ाने की मांग की है.
पिछले साल बंटा था 1800 करोड़ रुपये का बोनस
पिछले साल सरकार ने कुल मिलाकर 1832 करोड़ रुपये का बोनस बांटा था. रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 11 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को 78 दिन के लिए 17951 रुपये का दिवाली बोनस दिया था.