- रेलकर्मियों को फ्रंट लाइन कोरोना वारियर्स घोषित करने और मृतकों को 50 लाख एक्सग्रेसिया देने की मांग
- फेडरेशन ने दी चुनाव पूर्व में घोषित मॉडिलिटी पर कराने और उसमें छेड़छाड़ नहीं करने की चेतावनी
नई दिल्ली. रेलवे बोर्ड की अहम डीसी जेसीएम मीटिंग में एक बार फिर से रेलकर्मियों को फ्रंट लाइन कोरोना वारियर्स का दर्जा देने व कोविड से मरने वाले पीड़ित परिवार को 50 लाख एक्सग्रेसिया देने की मांग रखी गयी. मीटिंग में अप्रेंटिसों को नौकरी देने, यूनियन की मान्यता के चुनाव जल्द कराने, डीए शीघ्र भुगतान करने की मांग भी फेडरेशनों की ओर से की गयी.
ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फैडरेशन के महामंत्री कॉ शिवगोपाल मिश्रा ने इस बात पर अफसोस जताया कि कर्मचारियों की समस्याओं पर विचार करने के मंच जेसीएम में विलंब होता है. उन्होंने लंबे समय से लंबित अप्रेंटिसों की नौकरी पर निर्णय लेने का अनुरोध किया. यूनियन चुनाव की तारीख जल्द घोषित करने की मांग की और कहा कि इसे साजिश के तहत टाला जा रहा है. कॉ शिवगोपाल ने चेतावनी भी दी कि अगर चुनाव पूर्व निर्धारत मॉडिलिटी के आधार नहीं कर उसमें छेड़छाड़ की गयी तो इसके परिणाम बुरे होंगे.
जेसीएम में यह बात भी उठी कि रेलकर्मचारियों को फ्रंट लाइन कोरोना वारियर्स घोषित नहीं किये जाने के कारण वैक्सीनेशन में परेशानी आ रही है. कोरोना पीडित रेलकर्मियों की मौत होने पर परिजनों को 50 लाख एक्सग्रेसिया का भुगतान भी नहीं किया जा रहा. युवा अप्रेंटिस के मुद्दे पर फेडरेशन ने सक्रियता दिखायी और बिना देरी किए निर्णय लेने का अनुरोध किया.
जेसीएम में महंगाई भत्ता को जनवरी 2020 से फ्रीज करने का मुद्दा भी उठा. कर्मचारियों के आक्रोश को ध्यान में लेकर फेडरेशन ने तत्काल इसके भुगतान का आदेश देने का अनुरोध चेयरमैन से किया. मांग रखी गयी कि जनवरी 20 तथा जून 21 तक 18 महीने के एरियर समेत एनडीए का भी भुगतान कराया जाये. मीटिंग में ट्रैकमैन में 10 फीसदी एनडीसीई ओपन टू ऑल करने, एमसीएम से जेई की पदोन्नति कर पोस्ट सरेंडर रोकने, पांच प्रिंटिंग प्रेस को बंद करने से रोकने, स्थानांतरण रोकने अन्य मुद्दों पर चर्चा की गयी. मीटिंग जारी रहेगी.
जेसीएम में रेलवे के निजीकरण पर भी यूनियन ने अपना पक्ष रखा. कॉ शिवगोपाल मिश्रा ने महामंत्री ने कोरोना के थर्ड वेब को लेकर राहत व बचाव की तैयारियां शुरू करने को कहा. बैठक में रेलवे बोर्ड के सीईओ सह चेयरमैन सुनीज शर्मा के अलावा सभी मेंबर एएम एचआर के साथ फेडरेशनों के प्रतिनिधि मौजूद थे. एआईआरएफ की ओर से मीटिंग में अध्यक्ष डाॅ एन कन्हैया, कार्यकारी अध्यक्ष जे आर भोसले, जोनल महामंत्री मुकेश गालव, वेणु पी नायर, मुकेश माथुर आदि मौजूद थे.