नई दिल्ली. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी एक साल चार माह की सेवा के बाद इस माह रेलवे से सेवानिवृत्त हो जायेंगे. अश्वनी लोहानी को अशोक कुमार मित्तल के इस्तीफे के बाद अगस्त 2017 में रेलवे बोर्ड की कमान संभाली थी. इससे पूर्व अश्वनी लोहानी एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक और चेयरमैन का पद संभाल रहे थे. मुज़फ़्फ़रनगर के समीप उत्कल एक्सप्रेस रेल हादसा और फिर कानपुर के पास औरैया में कैफ़ियत एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने बाद चेयरमैन अशोक कुमार मित्तल ने इस्तीफा दे दिया था.
रेलवे की कमान संभालने के बाद अश्वनी लोहानी ने रेलवे की कार्य संस्कृति में बदलाव को लेकर कई अहम फैसले लिये. इसमें शीर्ष स्तर के अधिकारियों को सप्ताह में पांच की जगह छह दिन काम करने के अलावा वीआइपी संस्कृति को खत्म करने की पहल शामिल थी. इसके बाद रेलवे अफसर व कर्मचारियों के बीच दूरी कम कर लोहानी ने टीम नेटवर्क की संस्कृति विकसित करने का प्रयास किया. विभिन्न स्टेशनों के अपने दौरे के दौरान नीचले स्तर के रेलकर्मियों से सीधा संवाद कायम कर लोहानी ने अपना खासा प्रभाव छोड़ा. कई बार लोहानी ने रेलवे की कार्यप्रणाली को सवालों के घेर में लाकर अफसरों को खरी-खरी भी सुनायी.
भोपाल से भाजपा के टिकट पर चुनाव में उतर सकते हैं लोहानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुड बुक में शामिल रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा राजनीतिक व प्रशासनिक गलियारे में रह-रह कर होती रही है. इस चर्चा को बल इस बात से मिला है कि रेलवे बोर्ड का चेयरमैन बनने के बाद लोहानी ने पश्चिम मध्य रेलवे में भोपाल का सर्वाधिक दौरा किया. इस दौरान वह भोपाल के राजनीतिक व प्रशासनिक क्षेत्रों के लोगों के संपर्क में रहे. भारतीय रेलवे का पुरस्कार समारोह भी भोपाल में आयोजित हुआ. अगर लोकसभा चुनाव में लोहानी को उतारने की बात नहीं बनी तो उन्हें चेयरमैन पद पर एक्सटेंशन दिया जा सकता है.
कर्मचारियों के बीच लोकप्रिय लोहानी सरकार के रहे है नजदीकी
भारतीय रेलवे मैकेनिकल इंजीनियरिंग सर्विस के अधिकारी अश्विनी लोहानी का अधिकांश समय मध्य प्रदेश बीता है. एमपी टूरिज्म एंड डेवलपमेंट कार्पोरेशन में एमडी रहने के दौरान उनकी नजदीकी भाजपा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बनी रही. उनकी कार्यशैली से प्रभावित होकर ही नरेंद्र मोदी सरकार ने उन्हें तुरंत एयर इंडिया का चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर बना दिया. घाटे में चल रही एयर इंडिया को फायदे में लाकर लोहानी फिर चर्चा में आये और उन्हें रेलवे बोर्ड का चेयरमैन बना दिया गया. लोहानी दिसंबर माह में सेवानिवृत्त हो रहे है.
इस माह रेलवे बोर्ड से 11 होंगे सेवानिवृत्त, 31 को दी जायेगी विदाई
- अश्विनी लोहानी , चेयरमैन रेलवे बोर्ड
- रमेश चांद एमटीएस
- उमानंद एमटीएस
- हर नंद सिंह एमटीएस
- सुरेंद्र पाल सिंह सैनिक
- गुरविंदर कौर, सुप्रीटेंडेंट फोन ऑपरेटर
- श्योधन सिंह, डिप्टी चीफ कंट्रोलर
- रामकृष्ण चौधरी चीफ कंट्रोलर
- रंधीर सिंह, सहायक सेक्शन आफिसर
- सदाराम सेक्शन अफसर
- धर्मराज सेक्शन अफसर