रेलहंट ब्यूरो, आगरा
नवरात्रि पर रेल तीर्थ यात्रा को मथुरा आने वाले यात्रियों को रेलवे ने बड़ा तोहफा दिया है. लोगों की सहूलियत को ध्यान रखकर आगरा मंडल के मथुरा-वृंदावन सेक्शन पर चलने वाली रेल बस सेवा को फिर से शुरू कर दिया गया है. तेजस को लेकर रेलकर्मियों के बीच आक्रोश का शिकार बनी सरकार द्वारा तीर्थयात्रियों के लिए शुरू की गयी यह सेवा लोकलुभावन योजनाओं का एक हिस्सा है. इसी हफ्ते दिल्ली से कटरा तक देश की दूसरी तेज रफ्तार वंदे भारत एक्सप्रेस और लखनऊ से दिल्ली तक देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस का परिचालन शुरू हुआ है. अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस दोनों ट्रेनें का किराया ऊंचा होने के कारण इसे आम लोगों की ट्रेन नहीं कहकर कॉरपोरेट ट्रेन कहा जा रहा है.
इधर विपरीत, रेल बस सेवा में किराया सस्ता है. यह रेलवे का एक कोच होता है. कोच में दोनों तरफ मोटर लगी होती है. ऐसे में इसे चलाने के लिए इंजन की जरूरत नहीं होती है. ये कोच अपने आप आगे और पीछे चल सकते है. सामान्य तौर पर रेल बस का प्रयोग रेलवे के अधिकारी पटरियों और स्टेशनों के निरीक्षण के लिए करते हैं. रेलबस सेवा पूरे मथुरा शहर के मनोरम दृश्य दिखाते हुए शहर के बीच से होकर वृंदावन पहुंचती है. मथुरा से वृंदावन का किराया मात्र 10 रुपए है. यह मथुरा आने वाले भक्तों के लिए भारतीय रेल का तोहफा है.
मथुरा से वृंदावन के बीच करीब 12 किलोमीटर तक मीटर गेज पर इस रेलबस का संचालन होता है. यह रेलबस सेवा हर घंटे उपलब्ध रहती है. यात्रियों की सहूलियत के लिए रेलवे बोर्ड ने एक नई रेलबस तैयार कराने का भी आदेश दिया है. करीब 6 महीने पहले रेलवे ने मथुरा-वृंदावन के बीच चलने वाली इस रेलबस सेवा को बंद कर दिया था. हाल ही में मथुरा की भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने लोगों की सहूलियत के लिए रेलबस सेवा को फिर से शुरू करने का प्रस्ताव रेलवे को दिया था. इसके बाद बरेली के इज्जतनगर डीजल इंजन डिपो में मरम्मत कराने के बाद 29 सितंबर को ही मथुरा-वृंदावन के बीच रेलबस का ट्रायल किया गया था.
मथुरा से वृंदावन के बीच करीब 12 किलोमीटर तक मीटर गेज पर इस रेल बस का संचालन होता है. यह रेल बस सेवा हर घंटे उपलब्ध रहती है. यात्रियों की सहूलियत के लिए रेलवे बोर्ड ने एक नई रेल बस तैयार कराने का भी आदेश दिया है. करीब छह महीने पहले भारतीय रेलवे ने मथुरा-वृंदावन के बीच चलने वाली इस रेल बस सेवा को बंद कर दिया था. 29 सितंबर को ही मथुरा-वृंदावन के बीच रेल बस का ट्रायल किया गया था.