रेलहंट ब्यूरो, नई दिल्ली
देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस का देशव्यापी विरोध रेलकर्मियों ने किया है. लोको पायलटों ने निजीकरण की दिशा में बढ़ाया गया पहला कदम करार देते हुए इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाया. इसमें रेलवे के तमाम संगठनों ने अलग-अलग तरीके से भूमिका निभायी.
नार्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन के बैनर तले रेलकर्मियों ने प्रयागराज एक्सप्रेस की रवानगी के दौरान प्रदर्शन किया ओर नारेबाजी की. रेलकर्मियों ने कहा कि तेजस समेत 150 ट्रेनों को निजी हाथों में सौंपना है. रेलकर्मी अब और किसी ट्रेन का निजीकरण नहीं होने देंगे. मंडल मंत्री शीतला प्रसाद श्रीवास्तव ने बताया कि एआईआरएफ के आह्वान पर मेंस यूनियन ने शुक्रवार को अलीगढ़, खुर्जा, इटावा, कानपुर, चुनार, मिर्जापुर समेत सभी प्रमुख स्टेशनों पर प्रदर्शन किया. जंक्शन पर प्रदर्शन के पूर्व रेलकर्मियों ने जुलूस भी निकाला. इस दौरान मोहिबुल्ला, राम सिंह, अक्षयवर मिश्र, सईद अहमद, डीएस यादव, वीके यादव, क्षमा श्रीवास्तव, आरआर सिंह, एके सिंह, राजू प्रसाद, इशरत लईक, रमेश यादव, पंकज मालवीय, अनिल कुमार, आरके राय, वीपी सिंह, आतिफ मोइन, मनोज यादव, एसके सिंह, मोहम्मद वाहिद, विपिन तिवारी आदि मौजूद रहे.
मुगलसराय रेलमंडल के चंदौली में ईसीआरकेयू के पदाधिकारियों व कर्मचारियों ने निजीकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. वही तेजस ट्रेन को निजी हाथों में सौंप दिये जाने का आरोप लगाया. क्रू सेल के समीप शाखा नंबर दो सचिव केदार प्रसाद के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया. इस दौरान रमेश सिंह, भैया लाल, केके सिंह, जेके सिंह, आईबी मिश्रा, विपुल सिंह आदि शामिल रहे. वही शाखा नंबर तीन के श्रीराम सिंह के नेतृत्व में समाडी विभाग में विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान मनदीप कुमार, विजय देवगन, अवनीश कुमार, राकेश, अनिल सिंह, जफर अली, जयप्रकाश, उमाशंकर, हरेराम मिश्रा, चंद्रकांत वर्मा आदि शामिल रहे।
चक्रधरपुर में ऑल इंडिया लोको पायलट एसोसिएशन के केंद्रीय कार्यकारिणी कमेटी के आह्वान पर क्रू लॉबियों में रनिंग स्टाफ ने तेजस निजी ट्रेन के विरोध में काला दिवस मनाया. एसोसिएशन के सहायक जोनल सचिव एके सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों लोको पायलटों ने निजीकरण के खिलाफ आवाज बुलंद की. मौके पर एसोसिएशन के सीएम महतो, बीबी महतो, आरके चौधरी, सरोज कुमार, अशोक कुमार, श्रवण कुमार, चांद मोहम्मद, जहांगीर हक आदि मौजूद थे. चक्रधरपुर क्रू लॉबी में सहायक जोनल सचिव एके सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों लोको पायलटों ने निजीकरण के खिलाफ आवाज की बुलंद की.
टाटानगर में ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन (एलआरएसए) केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर शुक्रवार को रेलवे में निजीकरण के विरोध में टाटा ब्रांच व चक्रधरपुर डिवीजन की कमेटी ने काला बिल्ला लगाकर ड्यूटी की. एलआरएस के नेता पारस कुमार ने बताया कि निजीकरण करने के लिए रेल प्रशासन ने कदम उठाते हुए निजी एजेंसी के माध्यम से ट्रेन चलाने का काम किया, इसका पूरे देश में विरोध हुआ है. इस मौके पर एमके रजक सहित अन्य मौजूद थे. दूसरी ओर मेंस कांग्रेस, मेंस यूनियन, एससीएसटी एसोसिएशन, ओबीसी एसोसिएशन ने भी रेलवे में निजीकरण का विरोध काला बिल्ला लगाकर किया.
आदित्यपुर लॉबी में चालक व गार्डों ने विरोध प्रदर्शन कर निजीकरण के प्रति रोष जताया. रेलकर्मियों ने तेजस को भारतीय रेलवे में निजीकरण का शंखनाद करार दिया. इसके खिलाफ अलरसा, गार्ड काउंसिल के आह्वान पर काला दिवस मनाया गया. इस दौरान गार्ड व चालकों ने काली पट्टी लगाकर विरोध दर्ज कराया. प्रदर्शन में रेलवे मेंस यूनियन के सचिव डी अरुण, कार्यकारी अध्यक्ष मुकेश सिंह, गार्ड काउंसिल के आर सिंह, सिवंश कुमार, मनोज कुमार, शंकर रवींद्र कुमार, कुंदन कुमार, अमित कुमार, बी घोष, अनुरुपण साहिल समेत बड़ी संख्या में रेलकर्मी मौजूद थे.
धनबाद में ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के आह्वान पर धरना प्रदर्शन किया गया. धनबाद रेलवे स्टेशन पर रेलकर्मियो ने काला दिवस मनाया और रेल प्रशासन व रेल मंत्री पीयूष गोयल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वाराणसी के डिरेगा में एनई रेलवे के मंडल सचिव केपी यादव, सतीश कुमार सिंह, मानिक चंद, रविंद्र यादव आदि की अगुवाई में प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन में डीरेका के कर्मचारी नेता भी शामिल हुए और डीरेका के निगमीकरण के प्रस्ताव का विरोध किया. वहीं, एनई रेलवे मेंस कांग्रेस के नेतृत्व में कर्मचारियों ने तेजस के विरोध में शुक्रवार को मंडुवाडीह स्टेशन पर काली पट्टी बांध कर काम किया. कहा कि यह भारतीय रेलवे के लिए काला दिवस है. इस मौके पर मंडल अध्यक्ष अखिलेश पांडेय, अब्दुल शेख, मंडल मंत्री दुर्गेश पांडेय आदि मौजूद रहे.
अजमेर मंडल पर भी अजमेर, आबूरोड व उदयपुर में क्रू लॉबी के समक्ष यह ब्लैक डे कार्यक्रम मनाया गया। अजमेर स्टेशन पर संयुक्त क्रू लॉबी के सामने लगभग 70 से ज्यादा लोको पायलट, सहायक लोको पायलट व लोको पायलट शंटर ने भाग लिया, और काले बिल्ले लगा, रैली निकाल व नारेबाजी करके रेल मंत्रालय के इस दंशरूपी निर्णय का पुरजोर विरोध किया. इस विरोध का नेतृत्व मंडल सचिव कॉम बृजेश कुमार शर्मा, उ.प.रे. के जोनल सचिव कॉम वेदनाथ मुद्गल व मंडल अध्यक्ष कॉम गौरव सेन ने किया. विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए इन्होंने बताया कि सरकार के इस फैसले से रेल को बेचने के रास्ते खोजे जा रहे हैं और अभी इसके बाद लगभग 150 ट्रैन और निजी हाथों में देने की साजिश की जा रही है और यह रेलकर्मियों के साथ साथ छात्र, मजदूर, किसान और गरीब जनता के साथ कुठाराघात है, क्योंकि इन गाड़ियों के किराए पर सरकार का नियंत्रण नही रहेगा. भारत की राष्ट्रीय संपत्ति कही जाने वाली रेल कुछ निजी हाथों की संपत्ति हो जाएगी. फायदे के पूरे हक़दार वो पूंजीपति होंगे जो इन रेलों को चलाएंगे, जबकि होने वाला घटा रेलवे के खाते से कटेगा, जिससे साल दर साल रेलवे घाटे में जाती रहेगी और अपने जन्म से आज तक कभी न घाटे में गयी हुई रेल का वही हाल होगा जो BSNL का हुआ, जो इंडिया एयरलाइन्स का हुआ, ONGC का हुआ और राजस्थान में रोडवेज का हुआ और अंततः देश की रीढ़ की हड्डी कही जाने वाली इस रेल को पूर्णतः खत्म कर दिया जाएगा जो कि कदापि देश हित मे नही है. प्रदर्शन में मौजूद सभी लोको रनिंग स्टाफ ने AILRSA के बैनर तले आगे होने वाले सभी आंदोलनों को पूर्ण समर्थन करने का संकल्प किया.