राउरकेला. SER जोन के चक्रधरपु रेलमंडल के अंतर्गत ओड़िशा के बामड़ा में ट्रेनों के ठहराव समेत अन्य मांगों को लेकर रेल चक्का जाम किये जाने का असर हावड़ा-मुंबई मार्ग की दर्जनों ट्रेनों पर पड़ा है. प्रदर्शनकारी सुबह से रेलवे ट्रैक पर आकर जम गये और लगातार प्रदर्शन करे रहे. रेलवे अधिकारियों के सभी अनुरोध को प्रदर्शनकारियों ने खारिज कर दिया और घंटों रेलवे ट्रैक जाम रखा. जाम राउरकेला-झारसुगुड़ा के बीच बामड़ा में लगाया गया है. लगातार चल रही वार्ता और वरीय रेलवे अधिकारियों के आश्वासन के बाद दोपहर 3.30 बजे के बाद प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक से हटें.
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि कोरोना के पहले चलने वाली सभी ट्रेनों का पूर्व की तरह स्टॉपेज बामड़ा में दिया जाये. मालूम हो कि कोरोना के बाद कई ट्रेनों का ठहराव छोटे स्टेशन से हटा दिया गया है जिसक लगातार विरोध हो रहा है. इससे पहले स्थानीय लोगों की मांग पर कुछ दिनों पूर्व ही रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव की पहल पर बागडीह में एक्सप्रेस ट्रेनों का प्रायोगिक ठहराव शुरू कर दिया गया है.
पब्लिक प्रोटेस्ट को देखते हुए रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है. इसमें 08167/08168 राउरकेला-झारसुगुड़ा मेमू, 18175/76 हटिया-झारसुगुड़ा मेमू, 18125 राउरकेला पुरी एक्सप्रेस, 22840 भुवनेश्वर राउरकेला एक्सप्रेस आदि ट्रेनें शामिल हैं. 22839 राउरकेला-भुवनेश्वर इंटरसिटी को बामरा से टर्मिनेट कर दिया गया है. वहीं 18452 पुरी-हटिया को भी धारुडीह से टर्मिनेट कर दिया गया है. जबकि 18451 हटिया-पुरी को रद्द कर दिया गया है.
इसके अलावा कई ट्रेनें जहां-तहां खड़ी है. इसमें 18005 हावड़ा-जगदलपुर राजगांपुर में, 12834 हावड़ा-अहमदाबाद राउरकेला में, 18477 पुरी उत्कल चक्रधरपुर में, 13288 दक्षिण बिहार एक्सप्रेस टाटा में, 12262 हावड़ा-सीएसएमटी दुरंतों खड़गपुर में खड़ी है. रेलवे ने कई ट्रेनों के समय को भी रि-शिड्यूल किया है.
रेलवे के आला अधिकारी मौके पर मौजूद है और स्थानीय अधिकारियों से सहयोग से प्रदर्शनकारियों से बात की जा रही है. प्रदर्शनकारी कई ट्रेनों का बामड़ा में ठहराव के अलावा दूसरी मांगों पर अड़े हैं. दोपहर 3.30 बजे के बाद रेल चक्का जाम खत्म हुआ और ट्रेनों परिचालन शुरू हो गया है.