Guwahati. ग्रेटर कूचबिहार पीपुल्स एसोसिएशन (जीसीपीए) द्वारा अलीपुरद्वार डिवीजन के जोराई रेलवे स्टेशन पर रेल नाकाबंदी के कारण आज रेल यातायात प्रभावित हुआ है. पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि सुबह करीब 06:45 बजे प्रदर्शनकारियों ने जोराई स्टेशन पर पहुंचकर रेल यातायात को बाधित कर दिया. सुबह 08:00 बजे तक 5000 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन पर एकत्र होकर सभी लाइनों को अवरुद्ध कर दिया. किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए स्टेशन पर आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस के 500 से अधिक जवानों की तैनाती की गई है.
रेल नाकाबंदी के परिणामस्वरूप कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा और कई ट्रेनों को फकीराग्राम-गोलकगंज-न्यू कूचबिहार के वैकल्पिक मार्ग से भेजा गया. डायवर्जन से प्रभावित यात्रियों की सुविधा के लिए बसों और टाटा सूमो की व्यवस्था की गई है. पूर्वोत्तर सीमा रेलवे ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया है.
मार्ग परिवर्तन
- अप (11.12.2024 को एनसीबी – जीकेजे – एफकेएम के माध्यम से परिवर्तित):
- 15657 ब्रह्मपुत्र मेल
- 15959 कामरूप एक्सप्रेस
- डाउन (11.12.2024 को एफकेएम – जीकेजे – एनसीबी के माध्यम से परिवर्तित) :
- 20503 राजधानी एक्सप्रेस
- 22449 गुवाहाटी-नई दिल्ली एक्सप्रेस
- 22411 नाहरलागुन-आनंद विहार अरुणाचल एक्सप्रेस
- 22503 विवेक एक्सप्रेस
- 13247 कामाख्या राजेंद्र नगर कैपिटल एक्सप्रेस
- 12423 राजधानी एक्सप्रेस
रद
- ट्रेन नं. 22227/22228 (न्यू जलपाईगुड़ी – गुवाहाटी – न्यू जलपाईगुड़ी)
- ट्रेन संख्या 15704/15703 (बंगाईगांव – न्यू जलपाईगुड़ी – बंगाईगांव)
कूचबिहार को अलग राज्य घोषित करने की मांग पर रेल रोको आंदोलन, उत्तर बंगाल के चार जिलों में रेल यातायात बाधित
KOLKATA. . ग्रेटर कूचबिहार पीपल्स एसोसिएशन (जीसीपीए) द्वारा कूचबिहार को अलग राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर बुधवार सुबह असम-पश्चिम बंगाल सीमा के जोड़ाई स्टेशन पर ‘रेल रोको’ आंदोलन शुरू किया गया. आंदोलनकारियों के इस कदम के चलते उत्तर बंगाल के चार जिलों में रेल यातायात पूरी तरह बाधित हो गया. कई लंबी दूरी की ट्रेनें रोक दी गईं, जबकि कई ट्रेनों को रद करना पड़ा. इनमें वंदे भारत एक्सप्रेस भी शामिल है.जीसीपीए की लंबे समय से मांग है कि कूचबिहार को अलग राज्य का दर्जा दिया जाए. इस मुद्दे पर संगठन ने बुधवार को फिर से अपना आंदोलन तेज कर दिया. सुबह होते ही संगठन के नेता बंशी मदन के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता जोड़ाई स्टेशन पर ट्रैक पर बैठ गए.
आंदोलनकारियों ने साफ कर दिया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, आंदोलन जारी रहेगा.रेलवे सूत्रों के मुताबिक, इस आंदोलन के चलते अप और डाउन वंदे भारत एक्सप्रेस, गुवाहाटी-न्यू जलपाईगुड़ी और बंगाईगांव-न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस सहित चार ट्रेनों को रद्द करना पड़ा. वहीं, डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, अरुणाचल एक्सप्रेस और गुवाहाटी-नई दिल्ली एक्सप्रेस को फकीराग्राम, गोलकगंज और न्यू कूचबिहार होते हुए अन्य मार्गों से चलाया गया.इस आंदोलन के कारण हजारों यात्री मुश्किल में पड़ गए. रेलवे ने यात्रियों की मदद के लिए विभिन्न स्टेशनों पर हेल्प डेस्क स्थापित किए हैं. फिर भी, यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
कूचबिहार को अलग राज्य का दर्जा देने की मांग काफी पुरानी है. हालांकि, राज्य सरकार या केंद्र सरकार की ओर से इस पर अब तक कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है. आंदोलनकारियों का कहना है कि उनकी मांगों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है, जिसके कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है.दूसरी ओर रेलवे प्रशासन और राज्य सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. यात्रियों को राहत देने के लिए वैकल्पिक मार्गों से ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है, लेकिन स्थिति अभी भी सामान्य नहीं है. उत्तर बंगाल में इस आंदोलन से न केवल यात्री बल्कि व्यापार और अन्य गतिविधियां भी प्रभावित हो रही हैं. अब देखना यह होगा कि सरकार और रेलवे इस स्थिति से कैसे निपटते हैं और आंदोलनकारियों की मांगों पर क्या रुख अपनाते हैं.