रेलहंट ब्यूरो, विशाखापतनम
ओड़िशा के रायगढ़ा के नजदीक मंगलवार की शाम 4.30 बजे टावर वैगन की टक्कर में 18005 हावड़ा-जगदलपुर समलेश्वरी एक्सप्रेस का इंजन समेत फ्रंट गार्ड सह एसएलआर बोगी पटरी से उतर गयी. घटना सिंगपुर रोड और केतुगुडा स्टेशनों के बीच हुई. टक्कर से इंजन में भी आग लग गयी. इस टक्कर में टावर वैगन में कार्यरत तकनीशियन सुरेश, तकनीशियन सागर और तकनीशियन गौरी नायडू की मौत हो गयी है. घटना के बार फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस मौके पर पहुंची और इंजन को ट्रेन से काटकर अलग कर दिया गया. विशाखापत्तनम से वरिष्ठ रेल अधिकारी मौके पर रवाना हो गये थे. ट्रेन में सवार 148 यात्रियों को अलग ट्रेन से 6.22 बजे रायगढ़ लाया गया. यात्रियों की सुविधा के लिए भोजन की व्यवस्था के साथ-साथ उन्हें जगदलपुर और कोरापुट ले जाने के लिए 18005 एक्सप्रेस के यात्रियों के लिए दो बसों की व्यवस्था की गई है. दुर्घटना के लिए प्रथम दृष्टाया दोषी पाये गये स्टेशन मास्टर केटगुडा एस टोप्पो, सिंगापुर रोड ए-केबिन और जय प्रसाद और सिंगापुर रोड स्टेशन बी प्रधान को निलंबित कर दिया गया है.
पूर्वी तटीय रेलवे के प्रवक्ता जेपी मिश्रा ने बताया कि यह हादसा सिंगापुर रोड और क्यूतगुदा के बीच हुआ. उन्होंने बताया कि यह घटना तब हुई जब रखरखाव वाले कोच से टकराने के बाद इंजन, फ्रंट गार्ड सह सामान वैन और सामान्य द्वितीय श्रेणी का डिब्बा पटरी से उतर गया. रखरखाव कोच वहां पर कुछ काम कर रहा था. रखरखाव वाले कोच का इस्तेमाल विद्युतीकृत मार्गों के ओवरहेड बिजली ट्रांसमिशन उपकरणों के रखरखाव और निरीक्षण में किया जाता है. प्रवक्ता ने बताया कि रखरखाव वाले कोच से टकराने के बाद इंजन में आग लग गई और बाद में, इसे बाकी के डिब्बों से अलग कर दिया गया. उन्होंने बताया कि घटना में सिर्फ इंजन प्रभावित हुआ है बाकी ट्रेन को नुकसान नहीं पहुंचा है और यात्रियों को कोई चोट नहीं आई, जबकि रखरखाव वाले कोच के तीन कर्मचारियों की मौत हो गई. मिश्रा ने बताया कि घटना की जांच कोलकाता के रेलवे सुरक्षा आयुक्त करेंगे. मामले को गंभीरता से लिया गया है और रेलवे बोर्ड ने दुर्घटना का पूरा विवरण मांगा है. मिश्रा ने बताया कि क्यूतगुदा और सिंगापुर रोड के स्टेशन मास्टरों को निलंबित कर दिया गया है. दमकल की गाड़ियों और एंबुलेंसों को मौके पर भेजा गया है तथा विशाखापत्तनम से वरिष्ठ अधिकारी भी रवाना हो गए हैं.