- उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ ने डिवीजन स्तर पर वरियता सूची बनाने व हस्तांतरण/पोस्टिंग नियंत्रित करने रखी मांग
AGAR. उत्तर मध्य रेलवे में ट्रैक मेंटेनर की वरियता सूची को लेकर सवाल उठाये जाने लगे हैं. वर्तमान में वरीयता सूची सहायक मंडल अभियंता कार्यालय के स्तर पर बनायी जा रही है. इसमें भेदभाव करने, सूची बनाने को लेकर ट्रैक मेंटेनरों को प्रताड़ित व शाेषित करने के मामले सामने आने का आरोप लगाया जा रहा है. उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ (UMRKS) ने डीआरएम को पत्र देकर वरीयत सूची डिवीजन स्तर पर बनाये जाने का अनुरोध किया है.
संघ के मंडल मंत्री बंशी बदन झा ने डीआरएम को दिये पत्र में बताया है कि अब तक यह सामने आया है कि सभी ट्रैक मेंटेनर की वरियता सूची, सहायक मण्डल अभियंता कार्यालय आधारित है. वरियता सूची एवं हस्तांतरण की वर्तमान व्यवस्था, ट्रैक मेंटेनर का शोषण/उत्पीड़न करने वाली है एवं यह अपारदर्शिता को प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से बढ़ावा देने वाली है. ट्रैक मेंटेनर को इससे आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.
कर्मचारी संघ ने इसका दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. कहा जा रहा कि निचने स्तर पर अधिकारी ट्रैक मेंटेनर को प्रताड़ित कर रहे है. इसका ताजा उदाहरण रिमूव-गेटमेंन/अछनेरा नरेंद्र सिंह (334NP002264) है, जो व्यवस्था का दुष्परिणाम सपरिवार भुगतान कर रहे हैं. इसे लेकर कर्मचारी संघ ने डीआरएम से तत्काल हस्तक्षेप कर वरीयता सूची डिवीजन स्तर पर बनाने की मांग की है.
उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ (UMRKS) की मांग है कि ट्रैक मेंटेनर की वरियता सूची मण्डल स्तर से बने और उनके हस्तांतरण/पोस्टिंग भी मण्डल स्तर से ही नियंत्रण की जानी चाहिए.