कोलकाता. वरिष्ठ चल टिकट परीक्षक के साथ ट्रेन में मारपीट के विरोध में देश व्यापी विरोध प्रदर्शन जारी है. विरोध का मोर्चा #IRTCSO इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ एसोसिएशन ने संभाला है. देश व्यापी प्रदर्शन के बीच दक्षिण पूर्व रेलवे के तमाम स्टेशनों पर भी धरना प्रदर्शन किया गया. इस क्रम में खड़गपुर के तमाम टिकट परीक्षकों ने काली पट्टी लगाकर घटना का विरोध दर्ज कराया.
यहां यह बताना होगा कि दानापुर से भागलपुर जा रही डाउन इंटरसिटी एक्सप्रेस में उप मुख्य टिकट निरीक्षक दिनेश सिंह एसी चेयर कार में कार्य कर रहे थे. कार्य के दौरान जीआरपी के दरोगा सुनील कुमार बिना किसी यात्रा प्राधिकार के पाये गये. टिकट निरीक्षक दिनेश सिंह ने उनसे सीट खाली करने को कहा. जीआरपी के दरोगा ने गाली गलौज की टीटीई से मारपीट पर उतारु हो गये. इसके बाद धक्का मुक्की करते हुए जीआरपी का दारोगा बख्तियारपुर स्टेशन पर उतर गये.
टिकट निरीक्षक दिनेश सिंह ने थानाध्यक्ष के नाम से आवेदन लिखकर देने का प्रयास किया लेकिन उनकी शिकायत तक नहीं ली गयी. इस घटना इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ ऑर्गेनाइजेशन #IRTCSO के के आह्वान पर देश भर में 8 जुलाई को काला फीता बांधकर विरोध प्रकट किया गया. इस घटना में दारोगा को लाइन हाजिर तो कर दिया गया लेकिन अब तक उसके खिलाफ प्राथमिकी नहीं दर्ज की गयी है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो में टिकट निरीक्षक रोते हुए दिखाई दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर इस वीडियो के सामने आने के बाद बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन राजकीय रेल पुलिस थाना के प्रभारी को बुधवार को लाइन हाजिर भी कर दिया गया. पटना राजकीय रेल पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार मंडल के मुताबिक यह घटना बुधवार 6 जुलाई को इंटरसिटी एक्सप्रेस में हुई थी. इस मामले को लेकर बख्तियारपुर में जीआरपी थाना प्रभारी के पद पर तैनात अवर निरीक्षक सुनील कुमार सिंह को लाईन हाजिर कर दिया गया है और मामले की जांच रेल डीएसपी कर रहे हैं. उनकी रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
दुर्भाग्य पूर्ण घटना ने देश भर के तमाम चल टिकट परीक्षकों में रोष भर दिया है. देश के तमाम स्टेशनों पर अपने केन्द्रीय संगठन आईआरटीसीएसओ के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी क्रम में आज खड़गपुर स्टेशन पर भी तमाम टिकट परीक्षकों के द्वारा काली पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन करने वाले सीटीआई जयंत मुंशी, कन्हैया राय, राम लाल सिंह,एस एल सिंधु आदि ने इस घटना को दुर्भाग्य पूर्ण बताया साथ ही दोषी के खिलाफ न्यायोचित कार्रवाई की मांग की ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं ना हो.