CHAKRADHARPUR : चक्रधरपुर रेलमंडल को लोडिंग में अव्वल बनाने वाले रेलकर्मियों को न बेहतर आवास की सुविधा मिल रही है न ही उन्हें स्वास्थ्य सुविधा ही उपलब्ध है. साइडिंग लोडिंग में रेलमंडल के जरुली को देश में तीसरे स्थान पर रखा जाता है. जरुली क्रू प्वाइंट में लगभग 150 से अधिक रनिंग कर्मी है. पर यहां समुचित रेलवे आवास उपलब्ध नहीं है. चिकित्सा की सुविधा भी उपलब्ध नहीं होने के कारण कई किलोमीटर दूर जाकर उन्हें इलाज कराना पड़ता है.
रेलवे मेंस यूनियन की बैठक में शामिल रेलकर्मी
रेलकर्मियों का कहना है कि उन्हें रेलवे मेडिकल सिक की सुविधा उपलब्ध भी नहीं है. 150 से अधिक गार्ड, लोको पायलट के लिए स्थापित क्रू प्वाइंट में एक लिपिक तक पदास्थापित नहीं किया गया है. एक ही व्यक्ति पांच पदों का दायित्व निभा रहा है. इसका असर रेलकर्मियों के हर कार्य पर भी पड़ता है. रेलवे मेंस यूनियन के को-ऑर्डिनेटर का पद संभालने के बाद एमके सिंह ने चार जनवरी 2023 को केंद्रीय नेता शिव जी शर्मा के साथ लोडिंग सेक्शन का दौरा कर रेलकर्मियों की समस्याओं को समझने का प्रयास किया.
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यूनियन की टीम जरूली, बांसपानी, जोड़ा स्टेशनों पर गयी. लोडिंग में चक्रधरपुर रेलमंडल को अव्वल बनाने में डांगुवापोसी, जरुली, जोड़ा सहित बड़बिल, जामदा गुवा व नोवामुंडी जैसे साइडिंग की अहम भूमिका है. यूनियन नेताओं ने जरुली क्रू प्वाइंट पर लोको पायलट, सहायक लोको पायलट व गुड्स गार्ड, स्टेशन मास्टर, ट्रैकमैन, गैंगमन आदि से बात की.
इस दौरान यूनियन नेताओं ने आवास, मेडिकल व अन्य सुविधाओं के अभाव की जानकारी ली. रनिंग शाखा केएआर राय, एसके गिरि, आरआर पाठक, कमल महतो, मुकेश सिंह आदि ने यहां आयोजित बैठक में भाग लिया. यूनियन नेताओं ने समस्याओं को सक्षम पदाधिकारी के समक्ष उठाने और दूर करने का आश्वासन दिया है.