- दक्षिण पूर्व रेलवे के सीपीटीएम ने रेलवे बोर्ड के हवाले से जारी किया पत्र
- सुबह 11 बजे हावड़ा से चलकर दोपहर 2.30 बजे पहुंचेगी टाटा
- टाटा से शाम 5.40 में रवाना होकर रात 9.20 बजे हावड़ा पहुंचेगी ट्रेन
- बेंगलुरु से हावड़ा के लिए चलने वाली प्राइवेट ट्रेन के रैक का होगा इस्तेमाल
कोलकाता. हावड़ा-बड़बिल के बीच पुअर अक्यूपेंसी को लेकर जनशताब्दी एक्सप्रेस का परिचालन बंद कर दिया है. 12 सितंबर से जनशताब्दी का परिचालन बंद हो गया है और शनिवार को ही रेलवे की ओर से एक पत्र जारी किया गया है जिसमें हावड़ा-टाटा के बीच प्राइवेट ट्रेन चलाने का प्रस्ताव आया है. प्राइवेट ट्रेन के लिए समय-सारणी भी सामने आ गयी है. हावड़ा से सुबह 11 बजे रवाना होकर प्राइवेट ट्रेन दोपहर 2.30 बजे टाटा पहुंचेगी. टाटानगर से ट्रेन शाम 5.40 बजे रवाना होगी जो रात 9.20 मिनट पर हावड़ा पहुंचेगी. ट्रेन का एक ठहराव खड़गपुर में होगा जबकि अन्य ठहराव के लिए रेलवे कार्मिशयल विभाग से सुझाव लिया जायेगा. ट्रेन का समय ऐसा तय किया गया है कि इसके आगे और पीछे एक घंटे तक कोई ट्रेन नहीं होगी. इसे लेकर यह आशंका जतायी जाने लगी है कि कही प्राइवेट ट्रेन योजना को आगे बढ़ाने के लिए ही तो जनशताब्दी को बंद नहीं कर दिया गया ?
सच तो आने वाले समय में सामने आ जायेगा, फिलहाल टाटा-हावड़ा के बीच प्राइवेट ट्रेन चलाने की योजना का खुलासा रेलहंट को मिले एक पत्र से हुआ है. रेलकर्मियों के वाट्सग्रुप में वायरल हो रहा यह पत्र 12 सितंबर को दक्षिण पूर्व रेलवे के सीपीटीएम ने रेलवे बोर्ड के हवाले से हुई वार्ता के बाद रेलवे बोर्ड के पीईडी/सीएचजी के अलावा CPTM/SWR, ER और SR DOM/KGp को जारी किया है. पत्र SER EO NO -27/9 दिनांक 12.9.2020 में बताया गया है कि बेंगलुरु से हावड़ा के बीच प्रस्तावित प्राइवेट ट्रेन का रैक हावड़ा पहुंचने के बाद 22 घंटे तक खाली रहेगा. यह ट्रेन बेंगलुरु से हावड़ा 10 बजे पहुंचेगी जबकि इसकी रवानगी दूसरे दिन सुबह 8 बजे होगी. इस अवधि में यह रैक 22 घंटे तक हावड़ा में खाल रहेगी जिसे हावड़ा-टाटा-हावड़ा के बीच चलाने का प्रस्ताव है.
सीपीटीएम के पत्र में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि यह ट्रेन कब से चलने वाली है्. हालांकि ट्रेन के लिए प्रस्तावत समय-सारणी जारी कर दी गयी है. यह भी अब तक साफ नहीं हो सका है कि ट्रेन डेली होगी यह सप्ताह में कुछ दिन इसका परिचालन किया जायेगा. हावड़ा-टाटा के बीच चल रही जनशताब्दी एक्सप्रेस को 12 सितंबर से रेलवे ने पर्याप्त यात्री नहीं मिलने की बात कहकर बंद कर दिया है. इससे यह आशंका जतायी जाने लगी है कि जनशताब्दी के समय पर ही प्राइवेट ट्रेन को समय देने की तैयारी चल रही है.
टाटानगर में जनशताब्दी का समय सुबह 10 बजे होता है. जबकि हावड़ा के लिए ट्रेन का समय शाम 5.00 बजे है. प्राइवेट ट्रेन को भी लगभग यही समय 5.40 बजे टाटानगर से दिया गया है. वर्तमान में सामान्य रूप से ट्रेनों का परिचालन बंद है और ट्रेन परिचालन शुरू होने के बाद ही यह स्पष्ह हो सकेगा कि रेलवे जनशताब्दी का परिचालन शुरू करता है या उसका स्थान निजी ट्रेन को देकर यात्रियों की जेब ढीली करने का स्थायी प्रबंधन कर दिया जायेगा.
हालांकि अभी रेलवे सीपीटीएम की ओर से जारी पत्र की सत्यता की जांच के लिए सीपीआरआर दक्षिण पूर्व रेलवे से बात करने का प्रयास किया गया है. उन्हें मैसेज भेजकर यह पता करने का प्रयास किया गया है कि क्या जारी पत्र सही है क्योंकि वायरल हो रहे पत्र में कोई हस्ताक्षर नहीं है, अलबत्ता रेलवे बोर्ड स्तर पर हुई बातचीत और मेल का जिक्र जरूर है.