नई दिल्ली. रेल मंत्रालय अनलॉक चार में सात सितंबर से मेट्रो ट्रेनों के परिचालन की घोषणा कर चुका है. इसके बाद अब धीरे-धीरे बंद रेल परिचालन को पटरी पर दौड़ाने की तैयारी चल रही है. इस कड़ी में विभिन्न व्यस्त मार्गों पर ट्रेनों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया जा चुका है अब इंतजार है तो राज्य सरकारों से हरी झंडी मिलने का. इसके लिए रेल मंत्रालय जोनल स्तर पर राज्य सरकारों के संपर्क में है. हालांकि ये ट्रेनें भी विशेष ट्रेनों के रूप में चलायी जायेंगी जिसमें यात्रियों को कई रियायतें नहीं मिलेंगी.
कोरोना संक्रमण के बीच मार्च से यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद है. वर्तमान में सिर्फ 230 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा. आने वाले त्योहारी सीजन को लेकर रेलवे ने विशेष ट्रेनों की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रहा है. यह संकेत दिया गया है कि जीरो बेस्ड टाइम टेबल लांच होन के बाद भी इन ट्रेनों का समय यथावत रहेगा.
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इससे पहले रेलवे ने जेईई और नीट देने जा रहे परीक्षार्थियों को मुंबई की उपनगरीय ट्रेनों में यातायात करने की अनुमति दी है. इसके लिए उन्हें एडमिट कार्ड प्रस्तुत करना होगा. इसके लिए कुछ विशेष टिकट काउंटर भी खोलने की योजना है. कोरोना काल में 1.78 करोड़ से अधिक के टिकट रद्द करने से रेलवे को 2,727 करोड़ रुपये तक का नुकसान रकम वापसी के रूप में हो चुका है.