PRAYAGRAJ. रेल यात्रियों से जबरन पैसे वसूलने की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए रेल सुरक्षा बल ने करीब एक पखवाड़े में 59 किन्नरों को गिरफ्तार किया है. उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त (आरपीएफ) अमिय नंदन सिन्हा के निरीक्षण में 19 अगस्त से दो सितंबर तक उत्तर मध्य रेलवे के तीनों मंडलों- प्रयागराज, आगरा और झांसी में किन्नरों के विरुद्ध सघन जांच अभियान चलाया गया.
उन्होंने बताया कि इस अभियान में रेल अधिनियम 1989 की विभिन्न सुसंगत धाराओं के तहत 59 किन्नरों को गिरफ्तार किया गया जिनसे न्यायालय द्वारा 6,900 रुपये का जुर्माना लगाते हुए 20 किन्नरों को जेल भेजा गया. मालवीय ने बताया कि इस प्रकार के अभियान भविष्य में भी निरंतर जारी रहेंगे ताकि यात्रियों की रेलयात्रा सुरक्षित एवं सुगम हो सके.
हालांकि यह बात जगजाहिर है कि रेलवे के लगभग सभी मार्गों पर किन्नरों की पहुंच है और ये यात्रियों से जबरन पैसों की वसूली भी कर रहे हैं. अब तक इसका स्थायी निदान आरपीएफ अथवा रेल प्रशासन नहीं कर सका है. आरपीएफ ने अब इन किन्नरों को भी रेलवे एक्ट की धारा में चालान करने की परंपरा शुरू कर दी है. विभिन्न आरपीएफ पोस्ट की ओर से किन्नरों को दिन तय कर दिया गया है ताकि वह रेलवे एक्ट के तहत आकर जुर्माना भरे.
इसके बाद महीने भर के लिए उन्हें विभिन्न ट्रेनों में यात्रियों को परेशान करने की छूट दे दी जाती है. आरपीएफ के इस खानापूर्ति अभियान का असर है कि किन्नरों की मनमानी पर अब तक कोई भी जोन या डिवीजन रोक नहीं लगा सका है. ये किस प्राधिकार के तहत ट्रेनों में प्रवेश करते है यह पूछने पर आरपीएफ और रेलवे वाणिज्य विभाग के अधिकारी मौन हो जाते हैं. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि धर-पकड़ करने से आक्रोश किन्नर जो हंगामा करते हैं उन्हें संभाल पाना मुश्किल हो जाता है.
कार्रवाई सिर्फ उत्तर मध्य रेलवे तक सीमित
बताया जाता है कि मध्य रेलवे में चेकिंग के दौरान यह बात सामने आयी थी. यहां ट्रेन में किन्नरों को पैसा मांगना भारी पड़ा है. रेल यात्रियों को यात्रा के दौरान किन्नरों द्वारा जबरदस्ती पैसे वसूलने व परेशान किये जाने सम्बन्धी शिकायतें हाल ही में रेल सुरक्षा बल को मिली थी. मामले को गम्भीरता से लेते हुये प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त रेल सुरक्षा बल अमिय नन्दन सिन्हा के देखरेख में 19 अगस्त से 02 सितंबर तक उत्तर मध्य रेलवे के तीनों मण्डलों प्रयागराज, आगरा एवं झांसी में किन्नरों के विरुद्ध सघन चेकिंग अभियान चलाया गया. इसके बाद 59 को पकड़कर जुर्माना किया गया है.