- सूरत से 1200 प्रवासी कामगारों को ओड़िशा के लिए लेकर रवाना हुई ट्रेन
- साबरमती में ट्रेन को झंडी दिखाने पहुंचे गुजरात के गृह मंत्री प्रदीप सिंग जडेजा
- कांग्रेस ने कहा- सहयोग व सेवा करने का मौका है न कि क्रेडिड लेने का
रेलहंट ब्यूरो, अहमदाबाद
कोरोना की त्रादसी के कारण लॉकडाउन में फंसे हजारों प्रवासी कामगारों को राहत दिलाने के नाम पर शुरू किये गये प्रयास राजनीति रंग लेने लगे है. अपने परिवार से कोसों दूर दिन गुजार रहे लोगों को घर पहुंचाने का बीड़ा तो रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाकर पूरा किया और स्थानीय प्रशासन से सुविधाओं को जमीन पर उतारकर उन्हें पूरा करने का सफल प्रयास किया. कोरोना त्रादसी के बीच शनिवार 2 मई को गुजरात के सूरत और साबरमती से दो श्रमिक स्पेशल ट्रेनें पुरी और आगरा के लिए रवाना की गयी. इन दोनों ट्रेनों की रवानगी के मौके पर पूरा कार्यक्रम एक पार्टी विशेष द्वारा हाईजैक किया गया नजर आया. आलम यह रहा कि प्रवासी कामगारों को घर भेजे जाने वाली बसों और ट्रेनों को झंडी दिखाने के लिए नेताओं में होड़ लग गई.
सूरत में नवसारी के भाजपा सांसद सीआर पाटिल ने ट्रेन को झंडी दिखायी. यह दिलचस्प रहा कि उन्होंने ट्रेन की रवानगी के मौके पर हरी झंडी की जगह भाजपा का झंडा दिखाया. यही नहीं पार्टी कार्यकर्ताओं की भीड़ सोशल डिस्टेंसिंग को भूलकर सड़क पर उतर आयी. पिछले कई दिनों से तालाबंदी में फंसे मजदूर घर लौटना चाहते हैं उनका कहना था कि अब उनके पास ना पैसा है और ना खाना. सरकार ने इसे लेकर जो विशेष सुविधाएं उपलब्ध करायी है वह सरकार का नैतिक दायित्व हैं. इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए. सूरज स्टेशन पर ट्रेन की रवानगी को लेकर अहमदाबाद मिरर ने तो बकायदा ‘BJP hijacks event’ नाम से समाचार प्रकाशित किया है. वहीं गुजरात प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने ट्वीट कर पूरे घटनाक्रम को हास्यापद बताते हुए लिखा है कि रेलवे राष्ट्रीय संपत्ति है न कि बीजेपी की. उन्होंने कहा कि यह मौका सहयोग करने का है न की क्रेडिट लेने का. वहीं दूसरी ओर सांसद सीआर पाटिल समेत पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी प्रदीप शर्मा ने मीडिया को यह कहकर विवाद पर पर्दा डालने का प्रयास किया कि झंडा दिखाना एक सांकेतिक प्रक्रिया मात्र है, ट्रेन स्टेशन मास्टर द्वारा दिये गये सिग्नल और गार्ड द्वारा दिखायी गयी झंडी से चलती है न कि सांसद के.
वहीं दूसरी ओर 1200 प्रवासी कामगारों को ले जाने के लिए एक विशेष ट्रेन साबरमती रेलवे स्टेशन से रवाना की गयी. इस ट्रेन को झंडा दिखाने स्वयं गृह मंत्री प्रदीप सिंग जडेजा पहुंचे थे. यह सब तब हो रहा था जब ट्रेन प्रवासी कामगारों के लिए विशेष तौर पर चलायी गयी थी न कि यह पहली बार चल रही थी. यह ट्रेन भी निर्धारित समय शाम 4 बजे से डेढ़ घंटे विलंब से रवाना की गयी. सभी यात्रियों के मुंह पर मास्क थे और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सुरक्षा के मानकों को ध्यान में रखकर उन्हें कोचों में बैठाया गया था. इन यात्रियों को विशेष बसों से स्टेशन तक लाया गया.
मुख्यमंत्री के सचिव अश्विनी कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार ट्रेन के जरिए यात्रियों को भेजने की शुरुआत की गई है. सूरत से एक ट्रेन उड़ीसा के लिए और अहमदाबाद से दो ट्रेनें उत्तर प्रदेश के लिए रवाना की गयी है. प्रत्येक ट्रेन में 12 सौ यात्री रवाना हुए है. इस मौके पर गृहमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा, जिला कलक्टर केके निराला एवं रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
सूचनाओं पर आधारित समाचार में किसी सूचना अथवा टिप्पणी का स्वागत है, आप हमें मेल railnewshunt@gmail.com या वाट्सएप 6202266708 पर अपनी प्रतिक्रिया भेज सकते हैं.