रेल हंट ब्यूरो, नई दिल्ली
नई दिल्ली के शहीदी पार्क से शुरू हुआ पेंशन सत्याग्रह गुरुवार 14 नवंबर को महात्मा गाँधी जी की कर्मभूमि साबरमती पहुंच गया. रेलवे स्टेशन पर इंडियन रेलवे एस एडं टी मैंटेनरर्स यूनियन के नेताओं ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देकर सत्याग्रह को मांग पूरी होते तक जारी रखने का संकल्प लिया. “National Movement for Old Pension Scheme” (NMOPS/Delhi) के बैनर तले 9 नवंबर से शुरू हुए पेंशन सत्याग्रह में (IRSTMU); “ऑल इंडिया ट्रैकमैन युनियन” (AIRTU); “ऑल इंडिया पोंइटस मैन ऐसोसिएशन” (AIPMA); “पश्चिम रेलवे स्टाफ युनियन” (PRSU) तथा “रेल मजदूर युनियन” (RMU) के अलावा ऑल इंडिया सिग्नल एंड टेलीकम्यूनिकेशन मेंटेनर्स यूनियन धार दे रहे हैं. “अनिश्चित कालीन पेंशन सत्याग्रह” को आगे बढ़ाते हुए यूनियन नेताओं ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया.
मुख्य सत्याग्रहियों में IRSTMU के महासचिव आलोक चन्द्र प्रकाश के साथ AIRTU के मंडल सचिव राजेश कुमार, बीएस मीना, सुरेश वाघेला जी (मिथुन), नेतराम जी, IRSTMU के संस्थापक अध्यक्ष दीपक पटेल, STTC साबरमती के Instructor नंद किशोर, ज्ञानेश के अलावा अन्य लोग सत्याग्रह में उपस्थित हुए तथा पुरानी पेंशन बहाली की मांग को पुरजोर तरीके से उठाया.
इसके अलावा रेलवे का निजीकरण तथा निगमीकरण बंद करने की माँग की एवं तेजस एक्सप्रेस को IRCTC से लेकर वापस रेलवे को देने की मांग की. रेलवे से ठेकेदारी प्रथा को समाप्त कर सभी कार्यों को रेल कर्मचारियों से कराने की मांग की तथा रेलवे के सभी रिक्त पदों को तुरंत भरे जाने के लिए माँग की. S&T विभाग के कर्मचारियों को रिस्क अलाउंस तथा नाईट ड्यूटी फेलियर गैंग की स्थापना की मांग की गई. LDCE OPEN TO ALL कर रेलवे में पदोन्नतियों में हो रहे भ्रष्टाचार को खत्म करने की माँग की. सत्याग्रह में यह तय हुआ कि पेंशन सत्याग्रह की अगली कड़ी में दिनांक 15.11.2019 को वटवा स्टेशन पर शाम 17:30 से 20:00 को सत्याग्रह किया जाएगा.