आदित्यपुर स्टेशन पर रनिंग कर्मचारियों ने एलरासा के नेतृत्व में किया प्रदर्शन
नई दिल्ली. रनिंग कर्मचारियों के लाइन बक्से को बंदकर उसके स्थान पर ट्राली बैग व तीन वर्ष के लिए पांच हजार रुपये के प्रावधान को लेकर कर्मचारियों में बेहद आक्रोश है. रेलवे बोर्ड के इस आदेश के खिलाफ 8 अप्रैल को देशव्यापी प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया. देश के 68 रेलमंडल के 300 से अधिक लॉबी में प्रदर्शन कर रनिंग रेलकर्मियों ने इसका विरोध किया है.
रेलवे बोर्ड ने पत्र जारी कर रनिंग कर्मचारियों को अभी तक दिए जा रहे बक्सों को बंद कर उसके स्थान पर ट्राली बैग दिए जाने के आदेश दिए हैं. कर्मचारियों को स्वयं ट्राली बैग खरीदने का भी विकल्प दिया है. जिसके लिए तीन वर्ष के लिए पांच हजार रुपये रनिंग कर्मचारियों को दिए जाने का प्रावधान होगा. रेलकर्मियों का कहना है कि रनिंग कर्मचारी जिनके पास स्वयं का भी काफी सामान रहते है और जो दो-दो, तीन-तीन दिन के लिए अपने घर से बाहर रहते हैं.
उसके बाद रेलवे का संरक्षा उपकरण ट्राली में रखकर ले जाने का आदेश बोर्ड द्वारा दिया जाना अनुचित है. इसका विरोध करेंगे. इससे 2007 में रेलवे ने इसकी पहल की थी लेकिन विरोध के बाद येाजना को टाल दिया गया था. रेलकर्मियों का कहना है कि रेलवे अकारण आक्रोश पैदा कर रहा है. धरना प्रदर्शन देश के सभी लॉबी में किया गया.
चक्रधरपुर रेलमंडल के डांगवापोसी, जरुली, राउरकेला, आदित्यपुर, बंडामुंडा, झारसुगुड़ा आदि में विरोध प्रदर्शन किया गया. आदित्यपुर स्टेशन पर किये गये प्रदर्शन में मुकेश कुमार, राजीव रंजन, एके मंडल, आरके सिंह, अमित कुमार, वीके भतरीया, वीआरके सोनी, सतीश कुमार, नितेश कुमार, बीके पंडित आदि शामिल हुए.