इलाहाबाद. 14217 प्रयागराज – चंडीगढ़ उतरांचल एक्सप्रेस के एसी कोच में आरक्षण को लेकर हुए विवाद में टिकट निरीक्षक हरिशंकर पोरवार की रेल पुलिस के जवानों द्वारा की गयी पिटाई पर हंगामा मचा हुआ है. हालांकि रेल एसपी ने आरोपी दोनों जवानों को निलंबित करते हुए जांच बैठा दी है लेकिन अब इस विवाद को लेकर ट्वीटर जंग का मैदान बन गया है. बड़ी संख्या में लोग टिकट निरीक्षक के समर्थन में सामने आ गये है और रेल पुलिस के जवानों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे.
ऐसे लोगों में आम यात्रियों से लेकर टीटीई संवर्ग के लोग भी शामिल है जो इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टॉफ एसोसिएशन के बैनर तले कार्रवाई की मांग कर रहे. ऐसे लोगों का कहना है कि रेल पुलिस के जवान अक्सर बिना टिकट के अन्य लेागों के साथ एसी कोच में चले आते है और टीटीई पर अनैतिक दबाव बनाकर अपनी बात मनवाने का प्रयास करते हैं. इन लोगों का कहना है कि रेलवे की सेवा से पूरी तरह रेल पुलिस को बाहर निकालने के बाद ही इन समस्याओं का हल सुनिश्चित हो सकता है.
ट्वीटर पर चल रहा विचार वार
दूसरी ओर कई लोग घटना पर दु:ख जताने के साथ टीटीई की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं. ऐसे लोगों का कहना है कि टीटीई अवैध उगाही के लिए कोच में बिना टिकट अथवा प्रतीक्षा सूची वालों को पिछले दरवाजे से इंट्री देते है, इसे लेकर अक्सर विवाद होता है. इस बार भी ऐसा ही हुआ जो विवाद का कारण बना. विवाद के बीच टीटीई ने रेल पुलिस के जवानों के साथ दुर्व्यवहार किया जिसे लेकर बात बढ़ी. तर्क दिया जा रहा है कि सिर्फ सीट नहीं देने से मारपीट करने का कोई कारण स्पष्ट नहीं होता है? इसलिए पूरे मामले की जांच के बाद दोनों पक्षा पर कार्रवाई की जाये.
मामले में रेल प्रशासन और रेल पुलिस के आला अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है, जिसका निर्णय देर-सवेर आना है. लेकिन इस बीच ट्वीर पर चल रहा विचार युद्ध में कई लोगों के कूद पड़ने से विवाद दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गया है.