अंबाला. नार्दन रेलवे के अंबाला डिवीजन में यात्रियों के सीधे संपर्क में रहने वाले रेलकर्मियों को व्यवहार कुशलता की ट्रेनिंग दी जायेगी. इसके लिए रेल प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है. रेलवे स्टेशन पर तैनात बुकिग क्लर्क, ट्रेन में चलने व स्टेशन पर तैनात टीटीई, पूछताछ केंद्र में कर्मचारियों को अच्छा व्यवहार करने का तौर-तरीका सिखाया जाएगा. रेलवे यात्रियों के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने के लिए यह पहल करेगा.
रेलवे को लगातार शिकायतें मिल रही है कि रेलकर्मियों का व्यवहार यात्रियों के साथ उग्र होता है और जांच में भी यह बात सही भी पायी गयी है. अंबाला रेल मंडल में लगभग 13 हजार कर्मचारी है जिसमें चार हजार कर्मचारी वाणिज्य विभाग से हैं. इसमें लगभग 1200 कर्मचारियों का सामना सीधे यात्रियों से होता है.
ट्रेन मैनेजर, टीटीई, टिकट बुकिग क्लर्क आदि को इस प्रशिक्षण के लिए चुना जायेगा. इसके बताया जायेगा कि रेलवे स्टेशन, टिकट काउंटर और ट्रेन में यात्रियों से किस तरह से बात करनी है. कर्मचारियों को बताया जाएगा कि अगर यात्री किसी कारणवश नाराज हैं तो उनके प्रति कैसा व्यवहार होना चाहिए. यात्रियों की समस्या सुनने के दौरान कैसे और क्या बोलना है, ताकि वे नाराज न हों. उनकी समस्याओं का समाधान करने के बाद उन्हें कब और कैसे सूचना देना है. वहीं ड्यूटी के दौरान रेल कर्मचारियों की यूनिफार्म कैसी हो और वे कहां पर तैनात हों.
अंबाला के सीनियर डीसीएम हरि मोहन ने मीडिया से बातचीत में बताया कि सफर के दौरान या स्टेशन पर टिकट आदि लेने के बाद कई बार यात्री और रेलवे कर्मचारी के बीच वाद-विवाद हो जाता है। इसका कारण कुछ भी हो सकता है. लेकिन ऐसे हालात में अपनी मानसिक व शारीरिक स्थिति पर नियंत्रण करना बेहद जरूरी है. इसलिए प्रशिक्षण के माध्यम से कर्मचारियों को प्रेरित किया जाएगा ताकि वह संयम से किए व्यवहार से यात्री की परेशानी का समाधान कर सकें.