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पूर्वोत्तर रेलवे : 103 रेलकर्मियों और अधिकारियों को मिला जीएम अवार्ड

उत्तर मध्य रेलवे : झांसी मंडल ने जीते सर्वाधिक 12 शील्ड

गोरखपुर. 63वें रेल सप्ताह समारोह के अवसर पर 12 अप्रैल को सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम, गोरखपुर में आयोजित रेल सप्ताह पुरस्कार वितरण समारोह में पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने विभिन्न विभागों के 103 रेल अधिकारियों एवं कर्मचारियों को उनकी विशिष्ट एवं उत्कृष्ट सेवाओं के लिए प्रशस्ति-पत्र, मेडल एवं नगद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया. पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं में ट्रैक मैन, कांटावाला, स्टेशन मास्टर, लोको पायलट, निरीक्षक, सेक्शन इंजीनियर, गोपनीय आशुलिपिक, तकनीशियन, रेलवे सुरक्षा बल के जवान, खिलाड़ी, सफाईवाला एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी सम्मिलित हैं, जिनकी समर्पित एवं उत्कृष्ट सेवाओं से रेल की कार्य-प्रणाली में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, उत्पादकता बढ़ी है, रेल दुर्घटनाएं बचाई जा सकी हैं तथा तकनीकी सूझबूझ से आर्थिक स्वावलंबन में वृद्धि हुई है.
पूर्वोत्तर रेलवे : 103 रेलकर्मियों और अधिकारियों को मिला जीएम अवार्डअंतरमंडलीय महाप्रबंधक पुरस्कार के अंतर्गत इज्जतनगर मंडल को वाणिज्य, संरक्षा, सुरक्षा, संकेत एवं दूरसंचार, लेखा, परिचालन (ईंधन) तथा सर्वांगीण कार्यकुशलता शील्ड प्राप्त हुई. लखनऊ मंडल को राजभाषा, यांत्रिक (सवारी एवं माल डिब्बा), भंडार, यांत्रिक (पावर) एवं विद्युत कार्यकुशलता शील्ड मिली है. चिकित्सा, इंजीनियरिंग एवं कार्मिक कार्यकुशलता शील्ड वाराणसी मंडल को प्राप्त हुई. सर्वोत्तम व्यस्थित स्टेशन (विशिष्ट) का पुरस्कार लखनऊ जं. को तथा द्वितीय सर्वोत्तम व्यवस्थित स्टेशन का पुरस्कार काठगोदाम को मिला. सर्वाधिक साफ-सुथरे रेक का पुरस्कार 15119/15120 मंडुवाडीह-रामेश्वरम एक्सप्रेस को मिला. सर्वोत्तम व्यवस्थित रनिंग रूम का पुरस्कार गोरखपुर को तथा स्वच्छता वाणिज्य कार्यकुशलता शील्ड लखनऊ मंडल को प्राप्त हुई. सर्वोत्तम स्वच्छ स्टेशन ट्राफी ए-1 एवं ए श्रेणी में काठगोदाम को एवं बी श्रेणी में गाजीपुर सिटी को तथा ई एवं डी श्रेणी में आनंदनगर स्टेशन को दी गई.

इस अवसर पर अपने संबोधन में महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि आप सभी के सामूहिक प्रयास से गत वर्ष पूर्वोत्तर रेलवे ने विशेष उपलब्धियां हासिल की हैं. महाप्रबंधक ने कहा कि वर्ष के दौरान भारतीय रेल पर परिणामी रेल दुर्घटनाओं में पर्याप्त गिरावट आई है, यह पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में लगभग 40% कम हैं. इसी प्रकार माल लदान के क्षेत्र में भी भारतीय रेल ने अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए वर्ष के दौरान कुल 1160 मिलियन टन लदान किया, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 5% अधिक है. माल लदान से इस वर्ष रेलवे को 1.65 लाख करोड़ की आय हुई, जो अब तक की सबसे अधिक है और पिछले वर्ष की तुलना में 10 हजार करोड़ से अधिक है. ऐसी सभी उपलब्धियों के लिए भारतीय रेल के समर्पित अधिकारी और कर्मचारी बधाई के पात्र हैं. श्री अग्रवाल ने कहा कि गत वर्ष लगभग 2212 करोड़ की आरंभिक आय हुई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 5% अधिक है. वर्ष 2017-18 में पांच नई मेल/एक्सप्रेस तथा तीन जोड़ी सवारी गाड़ियों का संचालन प्रारम्भ किया गया है.

महाप्रबंधक ने कहा कि इन दिनों पूर्वोत्तर रेलवे बदलाव के दौर से गुजर रहा है. गत वर्ष यात्री सुविधाओं में दृष्टिगोचर सुधार किए गए. वर्ष 2017-18 में पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों पर कुल 12 एस्केलेटर एवं 7 लिफ्ट लगाई गई हैं. उन्होंने कहा कि यात्रियों को कम मूल्य पर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गत वर्ष 14 स्टेशनों पर 45 वाटर वेंडिंग मशीनें लगाई गईं. सुविधापूर्ण तरीके से टिकट उपलब्ध कराने के लिए 115 स्टेशनों पर 201 आटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीनें लगाई गई हैं. उन्होंने कहा कि लखनऊ जं., छपरा जं. एवं काठगोदाम स्टेशनों पर फूड प्लाजा खोले गए हैं. इसके अतिरिक्त गोरखपुर, गोंडा, भटनी, लखनऊ, छपरा, लालकुआँ, सीवान स्टेशनों पर फास्ट फूड यूनिट स्थापित किए गए. लखनऊ, गोरखपुर, छपरा, मंडुवाडीह एवं वाराणसी सिटी स्टेशनों के आरक्षण केंद्रों पर निगरानी हेतु सीसीटीवी लगाए गए. महत्वपूर्ण स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिए वाई-फाई उपलब्ध कराने के साथ ही उन्नत यात्री सुविधाओं का प्रावधान किया गया है.
पूर्वोत्तर रेलवे : 103 रेलकर्मियों और अधिकारियों को मिला जीएम अवार्डश्री अग्रवाल ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत रेल परिसर की साफ-सफाई हेतु अनेक कदम उठाए गए हैं. गोरखपुर जं., लखनऊ जं. और छपरा जं. ‘क्लीन ट्रेन स्टेशन’ के रूप में नामित हैं. इन स्टेशनों पर लंबी दूरी की गाड़ियों की साफ-सफाई की जाती है. पूर्वोत्तर रेलवे पर 534 कोचों में 1522 बायो टॉयलेट लगा दिए गए हैं और 2000 अतिरिक्त लगाए जाने की प्रक्रिया जारी है. महाप्रबंधक ने कहा कि हाल के वर्षों में महत्वपूर्ण रेल खंडों, बरेली-कासगंज, बढ़नी-गोंडा, छपरा-थावे तथा भोजीपुरा-पीलीभीत-टनकपुर का आमान परितर्वन पूरा कर इन पर बड़ी लाइन की गाड़ियों का संचालन प्रारम्भ किया गया. छपरा-इलाहाबाद खंड पर औंड़िहार-वाराणसी सिटी के मध्य दोहरीकरण किया जा चुका है. इसके अतिरिक्त डोमिनगढ़-गोरखपुर- कुसुम्ही तीसरी रनिंग लाइन, गोरखपुर-नकहाजंगल दूसरी लाइन तथा बुढ़वल-गोंडा तीसरी लाइन का निर्माण प्रगति पर है.

उन्होंने कहा कि लखनऊ-छपरा मुख्य रेलपथ एवं सीतापुर छावनी-बुढ़वल खंड का विद्युतीकरण कार्य पूरा हो गया है. वाराणसी-बलिया रेल खंड तथा गोरखपुर कैंट-कप्तानगंज का विद्युतीकरण कार्य हाल में ही पूरा हो चुका है. गोरखपुर एवं सैदपुर भितरी में विद्युत लोकोशेड के साथ ही औंड़िहार एवं बरेली में डेमू शेड की स्थापना का कार्य तेजी से चल रहा है. गाजीपुर में क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. महाप्रबंधक ने कहा कि विगत वर्ष पूर्वोत्तर रेलवे पर 1880 केडब्ल्यूपी क्षमता के सोलर पैनल स्थापित किए गए हैं. मार्च, 2018 तक इस रेलवे के सभी 389 विद्युतीकृत स्टेशनों पर विशेष अभियान चलाकर परंपरागत लाइटों एवं उनकी फिटिंग के स्थान पर शत-प्रतिशत एलईडी लाइट्स का प्रावधान कर दिया गया है, जिसके फलस्वरूप विद्युत बिल में प्रतिवर्ष लगभग 2.6 करोड़ रुपये की बचत होगी.

उन्होंने कहा कि संरक्षा की दृष्टि से गत वर्ष पूर्वोत्तर रेलवे के लिए काफी बेहतर रहा. समपारों पर होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु बड़ी लाइन के सभी समपारों पर गेट मित्र तैनात कर दिए गए हैं. वर्ष 2017-18 के दौरान कुल 99 अनारक्षित समपार समाप्त किए गए. 52 समपारों पर सीमित ऊंचाई वाले सब-वे निर्मित किए गए. वर्ष 2017-18 में आरपीएफ द्वारा 136 यात्रियों की मदद करते हुए 18.5 लाख रुपये मूल्य के सामानों को उन्हें लौटाया गया. रेल परिसर में भूले-भटके 607 बच्चों को सुरक्षित उनके परिजनों अथवा चाइल्ड लाइन को सौंपा गया. महाप्रबंधक ने कहा कि अनुकम्पा के आधार पर नियुक्तियां प्राथमिकता के आधार पर की जा रही हैं. वर्ष में दो बार पेंशन अदालत तथा महत्वपूर्ण स्थलों पर खुली अदालत आयोजित कर कर्मचारियों के परिवादों का निराकरण किया गया है. उन्होंने कहा कि दुर्घटनारहित रेल संचालन के साथ-साथ हमें यात्री संतुष्टि के प्रत्येक क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करना है तथा पूर्वोत्तर रेलवे को नई ऊंचाईयों पर ले जाना है.

पुरस्कार वितरण से पहले पूर्वोत्तर रेलवे कला समिति के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. इस अवसर पर श्रीमती अलका अग्रवाल, अध्यक्ष, पूर्वोत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन, सभी विभाग प्रमुख, तीनों मंडलों के मंडल रेल प्रबंधक, सभी वरिष्ठ रेल अधिकारी, रेल कर्मचारी एवं उनके परिवार के सदस्य उपस्थित थे. प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी एल. बी. राय ने महाप्रबंधक सहित सभी वरिष्ठ रेल अधिकारियों, कर्मचारियों तथा पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं का स्वागत किया. मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव ने समारोह का सफल संचालन किया. धन्यवाद ज्ञापन उप मुख्य कार्मिक अधिकारी/अराजपत्रित उमेश प्रताप सिंह ने किया.

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