- कोरोना राहत कार्य में नि:स्वार्थ भाव से फ्रंट से लीड करने वाले रोटरी के सोहनलाल नहीं रहें
रेलहंट ब्यूरो, बोकारो
अभी 9 अप्रैल 2020 को दोपहर 2 बजे की ही तो बात है. लॉकडाउन के कारण सड़कें सुनसान थी. मैं मेडिकल दुकान पैदल ही जा रहा था कि अचानक एक गाड़ी मेरे लगभग पास आकर रुकी. देखा कि सोहनलाल अंकल गाड़ी का दरवाज़ा खोलकर उतर रहे थे. बढ़ी हुई दाढ़ी पर चेहरे पे वही मुस्कान एंव चाल में वहीं दृढ़ता. गाड़ी से उतरते ही बोले बेटा दाढ़ी में मेरी फोटो ले लो, लॉकडाउन में बढ़ाया था, हटा लूंगा. याद के तौर पर रखना चाहता हूं. मैंने अपने मोबाइल से तस्वीर ली और उन्हें तुरंत फारवर्ड किया. बहुत खुश हुए सोहनलाल अंकल और गाड़ी स्टार्ट करके चल दिये. मैनें कभी नही सोच था कि मेरे द्वारा ली गयी यह तस्वीर उनकी आखरी तस्वीर होगी.
आज अंकल हमारे बीच नही रहे. आंखों से अश्रुधारा को रोकना मुश्किल हो रहा है. उनको और ऑन्टी को पिछले 20 सालों से हमेशा लगभग हर फंक्शन में साथ देखा. उनके अलगाव मात्र की कल्पना से रोंगटे खड़े हो जा रहे हैं. कोरोना राहत कार्य में हर समय उनको फ्रंट से लीड करते देखा. बहुत बार कहा भी की अंकल हमलोग कर लेंगे आप घर मे रहो किन्तु अंकल मानने वाले कहां थे. उनका उत्साह के साथ हर मानव सेवा में समर्पण निःसंदेह हमेशा हमे और अपने रोटरी क्लब को गर्वान्वित करता है. आज हमने इस महान आत्मा को खो दिया जो अपने रोटरी परिवार ही नही अपितु समाज के लिए बहुत बड़ी क्षति है. ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे और आपके परिवार एवम आत्मीय जनो को इस विषम परिस्थिति में दुख सहने की क्षमता प्रदान करे. आप सदैव हमारे दिल मे रहेंगे और आपकी कार्यपद्धति एवम समाज सेवा के प्रति समर्पण हमेशा हमे प्रेरित करता रहेगा. आपको कोटि कोटि नमन. समाज के प्रति समर्पित इस योद्धा को विनम्र श्रद्धांजलि.
दिगंजय शर्मा, आरपीएफ इंस्पेक्टर के फेसबुक वॉल से सभार