AGRA. उत्तर मध्य रेलवे ईदगाह – बयाना रेल खंड के सीनियर सेक्शन इंजीनियर वीरेंद्र कुमार सिंह पर 20 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए जाने के बाद वरिष्ठ मंडल इंजीनियर द्वितीय तुषार बंसल ने शनिवार को उन्हें निलंबन कर दिया. वीरेंद्र कुमार सिंह के मुख्यालय छोड़ने पर रोक लगा दी गयी है. मूलरूप से मथुरा निवासी वीरेंद्र वर्तमान में ईदगाह रेलवे स्टेशन पर तैनात थे और लंबे समय से ईदगाह रेल संस्थान के सचिव भी थे. सचिव रहते हुए रेल संस्थान परिसर की बुकिंग में अधिक धनराशि वसूली गई. मीडिया में आयी रिपोर्ट के अनुसार एसएसपी पर करोड़ों के गोलमाल का आरोप है.
बताया जाता है कि इस दौरान टेंट कारोबारी के साथ मिलकर उन्होंने रेलवे के खाते की जगह निजी बैंक खाते में धनराशि को जमा कराया. यहां चल रहे गोलमाल की खबरें लगातार मीडिया में प्रमुखता से प्रकाशित की गयी थी. एसएससी के गोलमाल की सूचना ईदगाह रेलवे स्टेशन में सीनियर कार्यालय अधीक्षक मनमोहन अरोड़ा ने 26 जून को साक्ष्यों के साथ शिकायत रेल प्रशासन से की थी और पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने को कहा था. हालांकि डीआरएम तेज प्रकाश अग्रवाल ने वरिष्ठ मंडल इंजीनियर द्वितीय तुषार बंसल को जांच के आदेश दिए.
जांच में यह बात सामने आयी कि 25 फरवरी 2021 को वीरेंद्र कुमार ने फतेहपुर सीकरी रेलवे स्टेशन से स्क्रैप बिक्री की थी. केएस इस्पात ने 44.33 टन स्क्रैप खरीदा था लेकिन इस मामले में रेलवे के नए स्लीपर व अन्य नया सामान भी ट्रकों में लादकर बाहर भेजे दिये गये. जांच के क्रम में यह बात भी सामने आयी कि रेल खंड और सरकारी भूमि पर पौधारोपण के लिए जारी की धनराशि के फर्जी बिल बनाकर उसका पैसे का भी गोलमाल किया गया है. यही नहीं टीए बिलों में भी फर्जीवाड़े की बात सामने आयी. 10 दिन तक चली जांच में सीनियर डीईएन ने गोलमाल की बात को सही पाया और रिपोर्ट डीआरएम को सौंपी. इसके बाद एसएससी वीरेंद्र कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया है.