मुगलसराय. भारतीय रेलवे में कर्मचारी की मौत के बाद तत्काल सेटेलमेंट का भुगतान और अनुकंपा के आधार पर नौकरी देकर मुगलसराय मंडल ने नया इतिहास रच दिया है. पंडित दीनदयाल उपायध्याय जंक्शन यार्ड में कार्य करने के दौरान 14 जनवरी 2019 को ट्रैक मेंटेरन दशरथ की मौत हो गयी थी. कार्य करने के दौरान ही वह मेमू ट्रेन की चपेट में आ गया था. इस मामले में मंडल रेल प्रबंधक पंकज सेक्सेना ने त्वरित पहल करते हुए न सिर्फ मृतक की पत्नी को मात्र चार दिन में मृतक के सभी प्रकार के सेटेलमेंट का भुगतान सुनिश्चित कराया बल्कि पुत्र अजय यादव को नियुक्ति पत्र भी दे दिया है.
शुक्रवार को 18 जनवरी को मंडल रेल प्रबंधक पंकज सेकसेना ने मृत ट्रैकमैन की पत्नी को समापक का भुगतान के साथ बेटे को नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंपा. इस मौके पर डीआरएम ने कहा कि दु:ख के साथ यह सुखद अहसास है कि एक रेलकर्मी परिवार फिर से जीवन पथ पर अग्रसर हो सकेगा. देश के विभिन्न हिस्सों में ट्रैक मेंटेनर की मौत के मामले में मंडल रेल प्रबंधक, मुगलसराय की पहल मील का पत्थर साबित होगी. बीते पांच साल में 575 से अधिक ट्रैक मेंटेनर की मौत पटरी पर कार्य के दौरान हो चुकी है. इसमें कई मामलों में अब भी ट्रेक मेंटेनर के परिजन मृतक परिजनों के भुगतान और अनुकंपा नौकरी को लेकर मंडल कार्यालयों के चक्कर काट रहे है.
एआइआरटीयू ने ट्रैक मेंटेनर के परिजनों को दी 51 हजार की मदद
रेलवे ट्रैक मेंटेनर मुकन्दर सैनी की माता को ऑल इंडिया ट्रैक मेंटेनर यूनियन की ओर से 51 हजार रुपये नकद की मदद दी गयी है. भावनगर मंडल अध्यक्ष विनोद मीना, मंडल सचिव रोहिताश मीना और धोला ब्रांच के अध्यक्ष राजेंद्र ने उनके पैतृक गांव जलोखरा, राजस्थान जाकर उन्हें यह सहयोग राशि सौंपी. यूनियन ने इस सहयोग के लिए सहयोगियों का आभार जताया है. इससे पूर्व यूनियन ने मुकन्दर सैनी और परिवार के सहयोग के लिए साथियों से अनुरोध किया था. इसके लिए PAYTM या fonepe या फिर बैंक एकाउंट में सहायता राशि जमा कराने की अपील की गयी थी.