नई दिल्ली. रेलवे बोर्ड ने जोनल रेलवे के उस प्रस्तावों को स्वीकृति दे दी है जिसमें कई पैसेंजर ट्रेनों को मेल/एक्सप्रेस बनाकर चलाने का प्रस्ताव है. ऐसे लगभग 342 ट्रेनों को एक्सप्रेस बनाने की स्वीकृति दी गयी है. इनमें पैसेंजर के अलावा मेमू व डेमू ट्रेनें शामिल हैं. रेलवे के इस फैसले का असर यात्रियों की जेब पर भी पड़ेगा. हालांकि इससे समय की बचत होगी लेकिन इसके लिए अब किराया अधिक चुकाना होगा. रेलवे बोर्ड ने 20 अक्टूबर को ऐसी ट्रेनों की सूची जारी की है.
जोनल रेलवे की ओर से कई पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस बनाने का सुझाव दिया गया था. ये ट्रेनें पैसेंजर बनकर जो दूरी 10 से 12 घंटे में तय करती हैं अब वह दूरी चार से छह घंटे में पूरी कर लेंगी. हालांकि रेलवे पैसेंजर ट्रेनों को मेल/एक्सप्रेस में बदलने का काम क्रमवार करेगा. जो सूची जारी की गयी है उसके अनुसार देशभर में 350 से अधिक से अधिक (यानि 175 जोड़ी) पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस बनाया जा रहा है. सबसे ज्यादा दक्षिण मध्य रेलवे की 23 ट्रेनें एक्सप्रेस में परिविर्तित होंगी. उसके बाद उत्तर पश्चिम रेलवे में 22 ट्रेनों को एक्सप्रेस बनाया जायेगा. रेलवे सूत्रों के अनुसार नियमित ट्रेनों का परिचालन शुरू होने के बाद इन ट्रेनों की समय सारणी जारी की जायेगी.
रेलवे जोन में ट्रेन की संख्या
- मध्य रेलवे – 18
- पूर्व तटीय रेलवे -3
- पूर्व मध्य रेलवे -5
- पूर्व रेलवे -6
- कोंकण रेलवे -3
- उत्तर मध्य रेलवे -3
- उत्तर पूर्व रेलवे -3
- पूर्व सीमांत रेलवे -10
- उत्तर रेलवे -10
- उत्तर पश्चिम रेलवे -22
- दक्षिण मध्य रेलवे -23
- दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे -2
- दक्षिण पूर्व रेलवे – 18
- दक्षिण रेलवे -18
- दक्षिण पश्चिम रेलवे -16
- पश्चिम मध्य रेलवे -5
- पश्चिम रेलवे -16
देखें रेलवे बोर्ड द्वारा जारी एक्सप्रेस बनायी जाने वाली ट्रेनों की सूची