- ट्वीट से रेलवे अधिकारियों को वर्षों बाद भेजे गये वीडियो का सच अब भी अंधेरे में, जांच की जरूरत
मुरादाबाद से चौकाने वाली खबर आ रही है कि ट्रेन के गार्ड कोच में युवती से अश्लील हरकत करने वाले गार्ड की 22 साल बाद रेल प्रशासन ने बर्खास्त कर दिया गया है! गार्ड का वीडियो रेल अधिकारियों को ट्वीट कर भेजा गया है जो 22 साल पुराना है और इसमें गार्ड वर्दी में ऑन डयूटी गार्ड साहब एक युवती के साथ अश्लील हरकत करते नजर आ रहे है. वायरल वीडियो में युवती व गार्ड की अंतरंगता जाहिर हो रही है क्योंकि युवती गार्ड की हरकतों का विरोध करती नहीं दिख रही है. युवती गार्ड की रिश्तेदार बताई जा रही है.
जो वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया दिख रहा है वह 11 फरवरी 2000 का है जिसमें समय 11.09 बजे का दिखा रहा है. हालांकि वीडियो सामने आने के बाद रेल प्रशासन ने तत्काल जांच बैठायी और कर्मचारी की गैरमौजूदगी में ही आनन-फानन में निर्णय लेते हुए आरोपी गार्ड को बर्खास्त कर दिया. आरोपी गार्ड मुरादाबाद रेल मंडल में ही तैनात है और नजीबाबाद का रहने वाला है. रेलवे रिकॉर्ड के अनुसार आरोपी 16 मार्च 2022 से ड्यूटी से अनुपस्थित चल रहा है.
मीडिया में आयी सूचनाओं के अनुसार मार्च 2022 के अंतिम दिनों में 22 साल बाद वायरल वीडियो को ट्वीट कर रेलवे अधिकारियों तक पहुंचाने वाले ने गार्ड के खिलाफ कार्रवाई न होने पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से शिकायत करने की चेतावनी भी दी थी.ट्वीट में लिखा है कि यह फोटो बुधवार का है. ट्वीट पर मंत्रालय ने जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया है. इसके बाद डीआरएम अजय नंदन ने संज्ञान लिया. डीआरएम अजय नंदन ने सीनियर डीओएम को जांच व कार्रवाई का आदेश दिया. ऑन डयूटी गार्ड को अश्लील हरकत करने के साथ संरक्षा में गंभीर चूक के लिए बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया. रेल प्रशासन ने अनुशासन व अपील नियम (14-2) के तहत कार्रवाई की.
रेल हंट समाज में किसी भी स्तर पर अश्लीलता अथवा रेलवे ऑन ड्यूटी गार्ड द्वारा संरक्षा से की गयी अवहेलना का समर्थन नहीं करता है लेकिन लंबे समय बाद वीडियो का वायरल किया जाना कई सवालों को भी जन्म दे रहा है जिसकी जांच अब आगे की कार्रवाई में रेल प्रशासन को अवश्य करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं और संरक्षा से लापरवाही को रोका जा सके.
यह जांच का विषय है कि रेलवे अधिकारियों तक वीडियो पहुंचाने और चेतावनी देने वाले की मंशा क्या थी? इतने दिनों तक वीडियो को क्यों सार्वजनिक नहीं किया गया? क्या यह मुमकीन नहीं कि वर्षों तक इसी वीडियो का भय दिखाकर गार्ड से अनुचित मांग की पूर्ति करायी जाती रही हो? जब अनुचित मांग की पूर्ति का दायरा बढ़ता गया और गार्ड ने उसे पूरा करने में असमर्थता जतायी तो उसे सार्वजनिक कर दिया गया हो? गार्ड का दो सप्ताह पूर्व अचानक गायब हो जाना कहीं इसी कड़ी का हिस्सा तो नहीं?
हालांकि अब तक बर्खास्त गार्ड का पक्ष सामने नहीं आ सका है. विभागीय कार्रवाई में रेलवे इस बात की तहकीकात करेगा और शायद तब बचाव में अपना पक्ष रखते हुए आरोपी गार्ड वर्तमान की सच्चाई को बयां कर सके. जो भी हो अगर यह वीडियो 22 साल पूर्व का है तो वर्षों पूर्व की गयी चूक को लेकर आज की तिथि में मिले इस दंड पर रेलवे के लोग ही अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
22 साल पूर्व का वीडियो सावर्जनिक कर एक महिला के पारिवारिक व सामाजिक जीवन के ताना-बाने को ध्वस्त करने का प्रयास
इन सबसे अलग बात यह है कि 22 साल पूर्व के अश्लील वीडियो को सावर्जनिक कर वर्तमान में एक पारिवारिक महिला की मान-प्रतिष्ठा को धूमिल करने के प्रयास के पीछे का निहितार्थ क्या हो सकता है? क्या यह संभव नहीं है कि युवती को भी इतने लंबे समय तक वीडियो का भय दिखाकर अनुचित मांग का मोहरा बनाया जा रहा हो? 22 साल पूर्व वीडियो में दिख रही युवती निश्चय ही वर्तमान में वयस्क महिला हो चुकी होगी जिसके 22 साल पूर्व वीडियो को सार्वजनिक कर उसके पारिवारिक व सामाजिक जीवन के ताना-बाने को ध्वस्त करने का कुत्सित प्रयास किया गया है. यह नैतिक और कानूनी रूप से अक्षम्य अपराध है और इसके लिए वीडियो सावर्जनिक करने वाले की पहचान कर उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की आवश्यकता है.
डॉ अनिल कुमार, संपादक