- आईआरटीएस अधिकारी की पहल पर कॉर्मिशयल के 700 कर्मियों की चल रही ग्रुप क्लास
- रेलविकि में वीडियो जारी कर कॉमर्शियल नियमों से रेलकर्मियों को किया जा रहा अपडेट
- कॉमर्शियल में सभी विभागों के मर्जर पर अमल से पूर्व खाली समय में ट्रेड हो रहे कर्मचारी
- अधिकारियों से लेकर रेलवे के नीति निर्धारकों तक की जेहन में नहीं आने वाले सवाल भी उठे
रेलहंट ब्यूरो, जमशेदपुर
चक्रधरपुर #CKP रेलमंडल का मॉडल ‘इंटेलिजेंस’ इन दिनों रेलवे के सभी जोन में चर्चा का विषय बना हुआ है. आईआरटीएस अधिकारी विजय कुमार यादव की पहल पर कॉमर्शियल विभाग के कर्मचारियों के लिए टेलीग्राम पर शुरू की गयी ऑनलाइन इस ग्रुप पाठशाला में हर दिन रेलकर्मी कुछ नया सीख रहे तो रेलवे के नियमों से वह अपडेट भी हो रहे. लॉकडाउन में टेलीग्राम पर शुरू की गयी इस पहल में यू-ट्यूब पर तैयार प्लेटफॉर्म ‘रेलविकि’ में हर दिन एक वीडियो जारी कर कॉमर्शियल नियमों की जानकारी लगभग 700 से अधिक कर्मचारियों के बीच साझा की जाती है. इसके बाद बिलकुल दोस्ताना माहौल में अधिकारी व कर्मचारी अपनी जिज्ञासाओं को रखते हैं और उन्हें उसी मंच पर उन्हें उनके सवालों का हल भी मिल जाता है. यही नहीं इस मंच पर हर दिन होने वाले टेलीफोनिक सवाल-जबाव सत्र में रेलकमिर्यों को अपनी सेल्फ मॉनिटिरंग का मौका भी मिल रहा है.
लॉकडाउन में कॉमर्शियल विभाग के कर्मचारियों को कुछ सीखने और उनके खाली समय का बेहतर उपयोग करने के लिए यह योजना रेलमंडल के वाणिज्य प्रबंधक विजय कुमार यादव ने बनायी. इसमें उन्हें पूरा सहयोग वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक मनीष पाठक का मिला और इस तरह टेलीग्राम पर 700 से अधिक रेलकर्मियों का ग्रुप तैयार कर डेली क्लास शुरू की गयी. अप्रैल के पहले सप्ताह से शुरू किये गये क्लास में चक्रधरपुर रेलमंडल के सभी स्टेशनों पर तैनात कॉमर्शियल विभाग के कर्मचारियों को जोड़ा गया. इसमें सीनियर डीसीएम से लेकर डीसीएम, एसीएम, सीआई, डिप्टी एसएस कॉमर्शियल, सीबीएस, सीपीएस, सीजीएस, टीटीई, बुकिंग, आरक्षण समेत पार्सल, गुर्ड्स से जुड़े कर्मचारी भी शामिल हैं.
दोस्ताना माहौल में हर दिन सीख रहे नया पाठ, सवाल-जवाब में हो रही सेल्फ मॉनिटरिंग
टेलीग्राम पर ऑनलाइ चल रहे इस ग्रुप क्लास की बड़ी खासियत यह है कि इसमें रेलविकि में जानकारी साझा करने के लिए भी रेलकर्मियों को ही मौका दिया जा रहा है. हर दिन किसी एक टॉपिक पर कॉमिर्शयल विभाग से जुड़ी एक नियम की जानकारी को आगे बढ़कर वह रखते है, जो उनके सहकर्मियों के बीच उनकी प्रतिभा के रूप में दूसरे ही दिन ऑनलाइन क्लास में दृष्टिगोचर हो जाती है. इससे दूसरे लोगों को भी आगे बढ़कर कुछ नया करने की सीख मिल रही है और सवाल-जबाव सत्र में बड़ी संख्या में रेलकर्मी कुछ नये सवाल लेकर हर दिन मौजूद होते हैं. इनमें कई ऐसे सवाल है अब तक रेलवे अधिकारियों से लेकर नीति निर्धारकों तक की जेहन में नहीं आये. इन सवालों को रेलवे के उचित फोरम पर रखने की जिम्मेदारी सीनियर डीसीएम मनीष पाठक उठा रहे है. इन्हें डीआरएम विजय कुमार साहु का भी पूरा सहयोग और समर्थन मिल रहा है.
इस तरह आईआरटीएस अधिकारी व डीसीएम विजय कुमार यादव की पहल का पूरा फायदा न सिर्फ रेलकर्मियों को मिल रहा है वरन लॉकडाउन में आने वाले समय के लिए एक मुकम्मल ट्रेनिंग भी कॉमर्शियल के कर्मचारियों को दी जा रही जिसमें भविष्य में रेलवे ने कामर्शियल के सभी विभागों को संयुक्त करने की योजना बनायी है जिसमें हर किसी को हर विभाग का नियम जानना जरूरी होगा. इस ट्रेनिंग से एक तरह से कॉमर्शियल का हर कर्मचारी दूसरे विभाग के नियमों से भी रू-ब-रू हो रहा है. इसका फायदा भविष्य में उन्हें मिलेगा. इसी क्रम में भारतीय रेलवे के 167वें साल….click here में प्रवेश करने की गाथा को समेटे हुए हुए वीडियो रेलविकि पर जारी किया गया है जो लोगों के लिए रुचि व जागरूकता बढ़ाने का माध्यम बन रहा है.
तत्काल व प्रीमियम तत्काल के नियमों को सबसे अधिक लोगों ने देखा
रेलवे के इस ग्रुप क्लास में यू ट्यूट वीडियो पर चक्रधरपुर के डिप्टी सीटीआई सौमित्र मुशी…click, राउरकेला में तैनात अमर सिन्हा…click, आदित्यपुर आरक्षण में पदस्थापित सुभ्रा श्रीवास्तव….click, सीनियर बीसी तुलसी कुमारी….click, बुकिंग क्लर्क निरोस….click के वीडियो खूब शेयर किये जा रहे. इनमें विभिन्न तरह की जानकारियां दी जा रही है. इसमें तत्काल और प्रीमियम तत्काल की जानकारी देने वाले वीडियो को सबसे अधिक बार देखा गया है. यह वीडियो आदित्यपुर पीआरएस की कर्मचारी शुभ्रा श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत किया गया है. इसमें आरक्षण के नियमों की विस्तार से जानकारी दी गयी है. इसके अलावा यू ट्यूब चैनल पर आईआरटीसी अधिकारी मिसेज वर्षा चलोटरे….click here का वीडियो भी खूब देखा जा रहा है जिसमें सेतू एप से पार्सल बुकिंग की बारीकियां समझायी गयी है.
रेलवे से जुड़ी जानकारी को साझा करने व सूचनओं का मंच बना रेलविकि
वर्तमान में टेलीग्राम पर चलने वाली ग्रुप कक्षा में कॉमर्शियल विभाग के कर्मचारी रुची लेकर हिस्सा ले रहे हैं. हर दिन वीडियो जारी करने के बाद स्वयं डीसीएम और एसीएम चुनिंदा रेलकर्मियों से सवाल कर उनके जबाव व जानकारी के आधार पर उनका प्वाइंट निर्धारित करते है जिसे बाद में उक्त रेलकर्मी को बताया जाता है. इस तरह नियमों के साथ जानकारी से भी रेलकर्मी रू-ब-रू हो रहे हैं. इस सवाल-जबाव के सत्र से ही रेलकर्मियों को चुन कर प्रोत्साहित करने की भी योजना बनायी गयी है. इसके अलावा रेलविकि पर चक्रधरपुर रेलमंडल के गौरवपूर्ण इतिहास….click here. के साथ कोरोना के बाद ट्रेनों की स्थिति और अफवाह से भी यात्रियों को सावधान किया जा रहा है. इसमें यात्रियों को आने वाले समय में सुरक्षा और संरक्षा के साथ जागरूकता व सोशल डिस्टेंसिंग के बिंदुओं पर भी सावधानी बरतने की सीख दी जा रही है.
कौन है आईआरटीएस अधिकारी विजय कुमार यादव
2014 बैच के आईआरटीएस अधिकारी है. मूल रूप से ग्रामीण परिवेश से आने वाले विजय कुमार यादव गांव से ही प्राथमिक शिक्षा पूरी की है. इसके बाद गाजियाबाद से इंजीनियरिंग करने गये विजय यादव को प्राइमरी पढ़ाई ग्रामीण क्षेत्र से करने के साथ शुरुआत दिनों में काफी परेशानी आयी. अंग्रेजी की समझ को लेकर एक क्षण ऐसा आया जब विजय कुमार यादव ने इंजीनियरिंग छोड़कर वापस बीएससी तक करने का मन बना लिया था. हालांकि ऐसे समय में उनके पिता ने उनका हौसला बढ़ाया और इसके बाद अंग्रेजी को चुनौती बनाते हुए विजय यादव ने जो जिंदगी की सीढ़िया चढ़ती शुरू की फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. कॉलेज से कैंपस सेलेक्शन में उनका चयन टीसीएस में हो गया. इसके बाद उन्होंने सिविल सविर्सेज को बतौर कैरियर बनाने की ठानी और पहली बार में ही इस लक्ष्य को भी पूरा कर लिया. वर्तमान में विजय कुमार यादव चक्रधरपुर रेलमंडल के वाणिज्य प्रबंधक हैं.
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चक्रधरपुर रेलमंडल … आज भी अपनी जगह खड़ा है यह सवाल, मौन हैं जिम्मेदार ……