- आरपीएफ की जांच के बाद भी ट्रेनों में उपलब्ध होती है शराब, ड्यूटी पर नहीं था पेट्रीकार कर्मचारी
- जाजपुर से चक्रधरपुर के बीच बालासोर, हिजली, टाटा जैसे बड़े स्टेशनों पर क्यों नहीं दी गयी जानकारी
JAMSHEDPUR/BILASPUR. पुरी से ऋषिकेश जा रही उत्कल एक्सप्रेस में एक दिव्यांग महिला यात्री के साथ पेन्ट्रीकार कर्मचारी द्वारा अप्राकृतिक यौनाचार का मामला सामने आया है. आरोपी कर्मचारी रामजीत को यात्रियों ने चक्रधरपुर रेल पुलिस के हवाले कर दिया है. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है. दिव्यांग महिला 10 वर्षीय बेटे के साथ भुवनेश्वर से 18477 अप पुरी-ऋषिकेश कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में पुत्र के साथ सफर कर रही थी.
महिला द्वारा दी गयी शिकायत के अनुसार ट्रेन जाजपुर रेलवे स्टेशन के पास पहुंचने पर वह टॉयलेट में जा रही थी. उसी दौरान ट्रेन के टॉयलेट के पास खड़े पेंट्रीकर्मी रामजीत ने उसे जबरन टॉयलेट के भीतर ले गया और अप्राकृतिक यौनाचार किया. महिला के शोर मचाने पर ट्रेन में यात्रा कर रहे दो युवकों ने बाथरूम का दरवाजा खुलवाकर महिला को बाहर निकाला. उस समय पेंट्रीकर्मी रामजीत शराब के नशे में था. उधर पेंट्रीकार के मैनेजर रिंकू से रामजीत के ड्यूटी पर होने से इंकार किया है.
रामजीत पुरी स्टेशन पर मिला था. आज वह ड्यूटी पर नहीं था. इस बीच वह कब ट्रेन में चढ़ा इसका पता नहीं चल सका है. चक्रधरपुर में उसकी पहचान करने के लिए उसे बुलाया गया था तब उसे घटना की जानकारी मिली. मामला संदिग्ध लगता है, पुलिस को इसकी गहराई से जांच करनी चाहिए.
रिंकू, पेंट्रीकार मैनेजर, उत्कल एक्सप्रेस
बताया जा रहा है कि ट्रेन जब चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पहुंची तो युवकों ने आरोपी पेंट्रीकर्मी रामजीत को जीआरपी के हवाले कर दिया. महिला ने भी ट्रेन से उतरकर चक्रधरपुर रेल थाना में जीआरपी काे पूरी जानकारी दी. महिला ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के झांसी की रहने वाली है और ओडिशा के नयागढ़ जिला स्थित मायके से झांसी जा रही थी. इस दौरान ट्रेन के टॉयलेट में शराब के नशे में धुत पेंट्रीकर्मी ने उसके साथ जबरदस्ती की.
बड़ा सवाल : जाजपुर में हुई घटना, वहां से चक्रधरपुर तक क्या-क्या हुआ ?
उत्कल एक्सप्रेस में शराब के नशे में पेंट्रीकार कर्मचारी की हरकत ने कई सवालों को जन्म दिया है. इस मामले में यह तथ्य सामने आया है कि रामजीत ट्रेन में ऑन ड्यूटी नहीं था लेकिन वह पेंट्री कर्मचारी की वर्दी में था. ट्रेन में यह घटना जाजपुर स्टेशन के पास घटी. तब सवाल यह उठता है कि जाजपुर से भद्रक, सोरो, बालेश्वर, जालेश्वर, हिजली, चाकुलिया, घाटशिला, टाटा, सीनी, राजखरसावां से चक्रधरपुर तक किसी भी स्टेशन पर आरपीएफ की स्कॉट पार्टी के संज्ञान में यह मामला क्यों नहीं आया? ट्रेन की स्कॉट पार्टी कहां थी? अगर आरपीएफ की स्कॉट पार्टी के संज्ञान में यह मामला आया तो टाटानगर जैसे बड़े स्टेशन पर इस मामले में एक्शन क्यों नहीं लिया गया? ट्रेन में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर “मेरी सहेली” जैसे स्लोगन देकर लगातार एक्स व सोशल मीडिया पर अपना बखान करने वाली आरपीएफ की टीम महिला की सुरक्षा क्यों नहीं कर सकी ?