Kolkata. देश में पहली बार किसी नदी के नीचे मेट्रो ट्रेन चलाकर उसका सफल परीक्षण किया गया है. जी हां, कोलकाता मेट्रो ने बुधवार 12 अप्रैल 2023 को तब इतिहास रच दिया जब पहली बार किसी नदी के नीचे से बनायी गयी सुरंग में ट्रेन को दौड़ाया गया. मेट्रो ट्रेन में केवल अधिकारी और इंजीनियर सवार थे. यह ट्रेन हुगली के नीचे से होती हुई कोलकाता से हावड़ा पहुंची. अधिकारियों का मानना है कि कोलकाता और इसके उपनगरों के लोगों के लिए आधुनिक परिवहन सुविधा मुहैया कराने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है.
वीडियो सौजन्य से मेट्रोल रेल कोलकाता
मेट्रो रेलवे के महाप्रबंधक पी उदय कुमार रेड्डी भी इस एतिहासिक पल के गवाह बने. आला अधिकारियों ने कोलकाता के महाकरण स्टेशन से हावड़ा मैदान तक ट्रेन में यात्रा की. इसके बाद मार्ग से एक और ट्रेन भी हावड़ा मैदान स्टेशन पहुंची. मेट्रो के महाप्रबंधक ने मीडिया से बातचीत में इसे ऐतिहासिक घटना बताया और कहा कि अगले सात माह में हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड स्टेशन के बीच परीक्षण किया जाएगा. इसके बाद इस मार्ग पर नियमित रेल सेवा शुरू हो जायेगी.
बताया जाता है कि भूमिगत खंड के 4.8 किलोमीटर हिस्से पर परीक्षण जल्द ही शुरू होने वाला है. इस खंड के चालू हो जाने के बाद, हावड़ा मैदान देश का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन बन जाएगा. इसकी गहराई सतह से 33 मीटर नीचे होगी. जीएम के अनुसार मेट्रो से हुगली नदी के नीचे 520 मीटर के हिस्से को 45 सेकेंड में पार कर जायेगी. कहा कि नदी के अंदर स्थित सुरंग पानी की सतह के स्तर से 32 मीटर नीचे है.
यहां यह बताना जरूरी होगा कि नदी के नीचे बनी सुरंग में मेट्रो का परिचालन लोकसभा चुनाव 2024 से पहले आम जनता के लिए शुरू हो जाने की उम्मीद जतायी जाती है. यह देश में पहली मेट्रो सेवा है जो नदी के नीचे से गुजरेगी. इसका सफर रोमांचित कर देने वाला साबित होगा.
सफल परीक्षण के बाद मेट्रो रेल कोलकाता ने इसका वीडियो ट्विटर पर शेयर कर लिखा, ‘कोलकाता मेट्रो ने रचा इतिहास. भारत में पहली बार आज किसी नदी के नीचे मेट्रो का रेक दौड़ा. हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक नियमित ट्रायल बहुत जल्द शुरू होगा. महाप्रबंधक पी उदय कुमार रेड्डी ने इसे कोलकाता शहर के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बताया हैं. हुगली नदी को मेट्रो रेक ने 11:55 मिनट पर पार किया. जब ये मेट्रो हावड़ा पहुंची तो महाप्रबंधक पी उदय कुमार रेड्डी ने स्टेशन पर इसकी पूजा की.