- डीआरएम ने दिये कार्रवाई के आदेश, CPWI के तबादले का पत्र जारी
- रेल पुलिस ने महिला रेलकर्मियों की शिकायत पर शुरू की जांच
MATHURA. महिला ट्रैकमैनों ने प्रताड़ना की शिकायत दर्ज कराते हुए CPWI के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. महिला रेलकर्मियों ने जीआरपी थाने में शिकायत भी दर्ज करायी है जिसमें CPWI पर गंभीर आरोप लगाए हैं. महिलाओं की शिकायतों का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें वह अपनी परेशानी बता रही हैं. पूरे मामले की जांच रेल पुलिस कर रही है. उधर मामला सामने आने के बाद रेल प्रशासन हरकत में आ गया है. बताया जाता है कि डीआरएम ने आरोपी CPWI को तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश दिये हैं. बुधवार को CPWI प्रदीप चंगुल के तबादले का आदेश जारी हो गया है. उन्हें बृजनगर भेजा गया है. वहां से भास्कर सिंह चौहान को उनकी जगह मथुरा का CPWI बनाया गया है.
महिला कर्मचारियों की शिकायत सुनें
बताया जाता है कि मथुरा जंक्शन के साउथ ब्लॉक में तैनात महिला ट्रैकमैनों ने सीपीडब्ल्यूआई के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन पर मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है. जीआरपी थाने में शुक्रवार को लिखित शिकायत देकर महिला ट्रैकमैनों ने बताया कि अधिकारी उन्हें मानसिक रूप से परेशान करते हैं. कार्यालय में अभद्र व्यवहार किया जाता है. ड्यूटी करने के दौरान महिला कर्मचारी खुद को असुरक्षित महसूस
महिला ट्रैकमैनों ने मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न करने का भी आरोप CPWI पर लगाया है. उनकी शिकायत थी कि ड्यूटी खत्म होने के बाद भी उन्हें रात में फोन किए जाते हैं. फोन नहीं उठाने पर दूसरे दिन उन्हें कार्यालय में परेशान किया जाता है . यह एक साल से चल रहा है. बात न मानने पर अधिकारी धमकी देते हैं. महिलाओं ने सीपीडब्लूआई प्रदीप चंगुल के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करायी है. महिला कर्मचारियों का आरोप है कि ड्यूटी करने के बाद भी उनकी हाजिरी काट दी जाती है और बंगले पर काम करने के लिए मजबूर किया जाता है.
उधर महिला कर्मचारियों द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को सीपीडब्लूआई प्रदीप चंगुल ने निराधार बताया है. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि महिला कर्मचारी उन पर दबाव बनाने के लिए अनर्गल आरोप लगा रही हैं. वहीं रेल थाना प्रभारी संदीप तोमर ने कहा कि मामले में जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. उधर डीआरएम ने पूरे मामले में हस्तक्षेप करते हुए कार्रवाई के आदेश दिये है. बताया जाता है आरोपी सीपीडब्लूआई का तबादला किया जा सकता है हालांकि अब तक इसका पत्र नहीं आया है.