- पकड़ा गया आरोपी निकला कोरोना पॉजिटिव, आरपीएफ की टीम की गयी क्वारेंटाइन
रेलहंट ब्यूरो, लखनऊ
पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में आरपीएफ सीआईबी की टीम ने अवैध साफ्टवेयर का इस्तेमाल कर आरक्षित टिकट निकालने वाले दलालों का नेटवर्क पकड़ा है. कार्रवाई में अवैध साफ्टवेयर बेचने वाला भी पकड़ा गया है. पता चला है कि रेड मैंगो और ब्लैक वोल्टी नामक साफ्टवेयर से टिकटों की खरीद-बिक्री की जाती थी. 14 अगस्त को मोहिबुल्लापुर काउंटर से एक दलाल निखिल कुमार के पकड़े जाने के बाद पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ. सीआईबी टीम ने इस मामले में लखनऊ के एक अन्य आरोपी सत्यम को भी हिरासत में लिया है. जांच में बनाये गये टिकट, साफ्टवेयर खरीद-बिक्री के लिए बैंक से किया गया लेन-देन आदि की जानकारी भी मिली है.
आरपीएफ की जांच में यह भी पता चला है कि जनवरी में कोलकाता के एक एजेंट के माध्यम से तीन लाख से अधिक के काउंटर टिकट भी मंगाये गये थे. इस गिरोह में दो दर्जन से अधिक लोगों के शामिल होने और इसके तार कई आरक्षण केंद्रों से जुड़े होने की बात सामने आयी है. बताया जाता है कि पकड़ा गया एक आरोपी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है इसके बाद आरपीएफ की पूरी टीम को क्वारेंटाइन कर दिया गया है. पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त अतुल कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर लखनऊ वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त अमित प्रकाश मिश्रा ने सहायक सुरक्षा आयुक्त गोरखपुर वीके सिंह (अपराध) के नेतृत्व में टीम का गठन किया है जो आगे की जांच व कार्रवाई करेगी. अवैध आरक्षण कें गिरोह का खुलासा करने वाली टीम में अमित कुमार राय, कान्सटेबल राजेश कुमार शाही, अनरूद्ध शर्मा, राजनारायण राय, गणेश प्रसाद व राकेश धर आदि शामिल थे.