- रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण और री-मॉडलिंग प्रोजेक्ट का बिल पास करने में कमीशन की मांग का आरोप
- सीबीआई ने गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की, घर से मिले 2.20 लाख, दस्तावेज, फाइलें ले गयी टीम
LUCKNOW. लखनऊ से आयी सीबीआई टीम ने मंगलवार की दोपहर वाराणसी मंडल रेल प्रबंधक (DRM) कार्यालय में छापेमारी कर सीनियर डीईएन 2 सत्यम कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. सत्यम की गिरफ्तारी तीन घंटे चली पूछताछ के बाद की गयी. लखनऊ से आई सीबीआई टीम के पहुंचते ही पूरे कार्यालय में अफरातफरी मच गयी. सत्यम सिंह के आवास से नकद 2.20 लाख रुपये बरामद किए गये हैं.
सीबीआई टीम आरोपी सीनियर डीईएन को लखनऊ ले गयी. सूचना है कि अधिकारी के घर से कैश, आभूषण और लग्जरी आइटम भी मिले हैं. सीबीआई ने एक ठेकेदार की शिकायत पर यह कार्रवाई की. इससे पहले जांच में सीबीआई को रेलवे इंजीनियर के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले थे. सीबीआई की टीम DRM ऑफिस दोपहर बाद अचानक पहुंची और RPF से जानकारी लेकर सीधे सीनियर डीईएन के कार्यालय पहुंच गयी.
यह बताया जा रहा है कि सीबीआई की कार्रवाई का केंद्र पिछले साल पूरे हुए रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण और री-मॉडलिंग प्रोजेक्ट से जुड़ी रही. आरोप है कि इन परियोजनाओं के बिल पास करने के बदले अधिकारी द्वारा लंबे समय से कमीशन की मांग की जा रही थी. सीबीआई ने अधिकारी के कार्यालय से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, लैपटॉप, रजिस्टर और मोबाइल को अपने कब्जे में लिया है. टीम ने परियोजनाओं से जुड़ी कई फाइलों और रिकॉर्ड्स की जांच की है.
सीबीआई की छापेमारी के बाद इंजीनियरिंग विभाग से जुड़े अधिकारी समेत ठेकेदारों ने अपने-अपने मोबाइल बंद कर लिये. डीआरएम कार्यालय में काम करने वाले कुछ अधिकारी वहां से गायब हो गये. अब तक सीबीआई ने गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है. लेकिन सीनियर डीईएन को टीम अपने साथ लखनऊ ले गयी है. विस्तृत खबर की प्रतीक्षा है.