- शौचालच में घुसकर बचायी जान, बचाव में आये आरपीएफ एएसआइ व जवान को भी पीटा
- लोको पायलटों की पहचान कर कार्रवाई की मांग को लेकर टीटीइ संघ आंदोलन की तैयारी में
बिलासपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर जोन के रायगढ़ स्टेशन शुक्रवार को लोको पायलटों ने जमकर उत्पात मचाया और रायगढ़ में ऑन ड्यूटी चक्रधरपुर के टीटीइ प्रभात कुमार झा पर जानलेवा हमला किया. विवाद उत्कल एक्सप्रेस के वातानुकूलित कोच में लोको पायलटों से अथारिटी लेटर मांगने पर हुआ था. इससे नाराज तीन लोको पायलटों के समर्थन में रायगढ़ में आये 80 पायलटों ने हंगामा, तोड़फोड़ व मारपीट की. चालकों के कहर से बचने के लिए टीटीइ कोच के शौचालय में घुस गये. बताया जाता है कि ट्रेन चालकों का कहर यहां भी टूटा. नियम और कानून को धत्ता बताते हुए लोको पायलटों ने ट्रेन के शौचालय का दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया. इसमें सफल नहीं होने पर शौचालय की खिड़की का सीसा तोड़ डाला और खिड़की से झा को बाहर निकालने का प्रयास किया. टीटीइ को बचाने आये आरपीएफ एसआई एसके शुक्ला और आरक्षी खूंटे को लोको पायलटों ने जमकर पीटा. बताया जाता है कि आरपीएफ पोस्ट से आये जवानों ने जब लोको पायलटों का वीडियो बनाना शुरू कर दिया, तब वह वहां से भागे. टीटीइ ने ट्रेन चालकों पर रेलवे कैश के साथ उनका मोबाइल आदि लूटने की शिकायत बिलासपुर जीआरपी में दर्ज करायी है. पुलिस आरोपी चालकों के नाम का पता चला रही है, इसमें स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा.
लोको पायलटों का स्टेशन पर उत्पात (देखें वीडियो में)
ट्रेन चालकों के आक्रोश का शिकार बने टीटीइ पीके झा ने चक्रधरपुर रेल पुलिस को भी शिकायत दर्ज करायी है. उन्होंने घटनाक्रम के बारे में बताया कि वह पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस के एसी कोच में चक्रधरपुर से बिलासपुर तक डयूटी पर थे. ट्रेन सुबह 10 बजे राजगांगपुर पहुंची. यहां तीन ट्रेन चालक बी-3 कोच में सवार हो गये. उनसे बोगी में सवार होने के लिए अथारिटी लेटर मांगा गया. तीनों के पास न तो टिकट था न ही विभागीय पत्र. इसके बाद पीके झा ने तीनों को स्लीपर कोच में चले जाने को कहा लेकिन चालक एसी बोगी में ही सफर करने पर अड़े रहे. टीटीइ ने तीनों को चेताया कि अगर वह नहीं माने तो जुर्माना करना पड़ेगा. इससे नाराज ट्रेन चालकों ने दो टूट जबाव दे दिया कि जो करना है कि कर ले वह सीट नहीं छोड़ेंगे. टीटीइ ने घटना की सूचना कामर्शियल कंट्रोल को दी. झारसुगुड़ा में आरपीएफ के जवानों ने आकर तीनों चालकों को कोच से नीचे उतार दिया. आरपीएफ का दस्ता विवाद टालने के लिए रायगढ़ तक आया.
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर जोन के रायगढ़ स्टेशन में शुक्रवार ट्रेन ड्राइवरों की दबंगई की तस्वीर सामने आई. यहां सत्तर से अधिक ट्रेन ड्राइवरों ने मिलकर एक टीटीई की बुरी तरह पिटाई की. इस टीटीई का दोष केवल इतना था एसी कोच में बिना परमिशन के चढ़े चालकों से उसने ऑथोरिटी लेटर मांगा था.
यहां तीनों चालक स्लीपर कोच में चले गये थे. यहां से चालकों ने रायगढ़ में सहयोगी चालकों को पूरी घटना की जानकारी देकर उन्हें स्टेशन पहुंचने को कहा. ट्रेन दोपहर 12.50 बजे रायगढ़ स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर पहुंची. ट्रेन के आते ही 70 से 80 की संख्या में ट्रेन चालक पहले से स्टेशन पर जमा थे. ट्रेन चालकों की भीड़ टीटीइ को तलाशते हुए एसी बोगी में गयी. कई ट्रेन चालकों को देखकर टीटीइ पीके झा जान बचाने के लिए कोच के टायलेट में घुस गये. भीड़ ने टायलट का दरवाजा तोड़कर उन्हें बाहर निकालने का प्रयास किया. जब वो नहीं निकले, तो दरवाजे को तोड़ने की कोशिश की गई. बाथरूम की खिड़की को तोड़ दिया गया. वहां से टीटीई को खींचकर बाहर निकालने का प्रयास करने लगे. इस दौरान टीटीई घायल हो गये. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जिस तरह से टीटीई को निकालने की कोशिश की जा रही थी, अगर लोको पायलट इसमें सफल हो गए होते, तो उनकी पिटाई से उसकी जान तक जा सकती थी. टीटीइ के बचाव में आये आरपीएफ एसआई एसके शुक्ला और आरक्षी खूंटे को लोको पायलटों ने जमकर पीटा. बताया जाता है कि आरपीएफ पोस्ट से आये जवानों ने जब लोको पायलटों का वीडियो बनाना शुरू कर दिया, तब वह वहां से भागे.
घटना से टीटीई प्रभात कुमार झा इतनी दहशत में थे कि रायगढ़ से ट्रेन समय पर खुल जाने के बावजूद वे बाथरूम में ही बंद रहे. इसी बीच हंगामे के बाद आरपीएफ के कुछ जवानों को कोच में भेजा गया था. जब उन जवानों ने टीटीई को भरोसा दिलवाया कि आप सुरक्षित हैं, बाहर आओ तब जाकर उसने खरसिया में गेट खोला और बाहर निकला.
यह बात सामने आ रही है कि लोको पायलटों के उत्पात का वीडियो बनाकर कुछ पैसेंजर ने ट्वीट डीआरएम और रेलमंत्री का कर दी है. दूसरी ओर टीटीई यूनियन भी मामले को लेकर मुखर है. सूचना है बिलासपुर से लेकर चक्रधरपुर तक लोको पायलटों की पहचान कर कार्रवाई की मांग के लिए आंदोलन की तैयारी की जा रही है.
टिकट और पास को लेकर हुआ था विवाद
बताया जा रहा है कि रायगढ़ से छह-सात लोको पायलट मालगाड़ी लेकर राउरकेला गए थे. वहां से लौटने के दौरान ये लोग बी-वन एसी कोच में चढ़े और टीटीई से सीट मांगने लगे. टीटीई का कहना है कि एसी कोच में सीट के लिए लोको पायलटों को पास जारी होता है, लेकिन ये पास इनके पास नहीं था. इसके बाद इन्हें सीट देने से मना कर दिया गया. वहीं लोको पायलटों का कहना है कि टीटीई को पास दिया गया, पर उसने उसे फाड़ दिया. यहां से विवाद शुरू हो गया. इसी बीच एक लोको पायलट ने टीटीई को रायगढ़ में देख लेने की धमकी दी थी.
जीएम ने दिया जांच का निर्देश
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के जीएम सुनील सिंह सोइन ने पूरे मामले में जांच का निर्देश दिया है. जीएम के निर्देश पर डीआरएम ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है जो मामले की जांच करेगी और टीटीइ पक्ष लेकर रिपोर्ट देगी. जांच कमेटी में कामर्शियल और सुरक्षा विभाग के पदाधिकारी शामिल है. कमेटी तीन दिन में रिपोर्ट देगी.