- बिहार के समस्तीपुर में वाल्मीकिनगर-पनियहवा रेलखंड की घटना, हर कोई कर रहा तारीफ
- रेलवे ने अपने जांबाज कर्मी को अब पुरस्कार देने की घोषणा की है
PATNA. बिहार के समस्तीपुर में वाल्मीकिनगर-पनियहवा रेलखंड पर रेलवे के एक लोको पायलट ने जाबाजी की वो मिशाल पेश की है, जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है. अपने काम के प्रति जुनून में लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने जान की बाजी लगा दी और ट्रेन की तकनीकी समस्या को दूर कर गाड़ी आगे बढ़ायी. इस पूरी घटना का वीडियो सामने आने के बाद हर कोई लोको पायलट की तारीफ कर रहा है. अब रेलवे ने भी अपने जांबाज कर्मी को पुरस्कार देने की घोषणा कर दी है.
एयर प्रेशर लीकेज होने से खड़ी हो गयी थी ट्रेन
20 जून को नरकटियागंज क्रू के अजय कुमार यादव, लोपा और रंजीत कुमार, सलोपा गाड़ी 05497 नरकटियागंज-गोरखपुर ट्रेन लेकर जा रहे थे. इसी दौरान वाल्मीकिनगर एवं पनियाहवा के बीच पुल 382 पर अचानक लोको के अनलोडर वाल्व से एयर प्रेशर का लीकेज होने लगा. इस कारण ट्रेन बीच पुल पर खड़ी हो गयी.
लटककर और रेंगकर पहुंचे लोको पायलट
अचानक आयी इस तकनीकी समस्या ने ट्रेन में सवार रेलवे कर्मियों की परेशानी बढ़ा दी. दरअसल, उसे ठीक करने लिए पहुंचने का कोई रास्ता उपलब्ध नहीं था, जिसके बाद ट्रेन में सवार रेलकर्मियों ने खुद ही इस समस्या का हल निकालना शुरू किया. उन्होंने अपनी जान की भी फिक्र नहीं की और पुल पर लटकते व रेंगते हुए उक्त जगह पर पहुंच कर उसे ठीक किया. डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने रेल कार्य के प्रति उनके साहसिक कार्य को देखते हुए 10 हजार रुपये सामूहिक पुरस्कार के साथ प्रशस्ति-पत्र देने की घोषणा की है.